IIIT BTech Seats: महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र (Vidarbha region in Maharashtra) के इंजीनियरिंग उम्मीदवारों के लिए बड़ी खुशखबरी है. भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) ने शैक्षणिक सत्र 2022-2023 के लिए बीटेक कोर्स के लिए 240 सीटें बढ़ा दी हैं. इसके साथ ही आईटी जगत की बदलती जरूरतों के हिसाब से इंजीनियरिंग की चार नई शाखाएं भी शुरू की गई हैं. ये चार शाखाएं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, ह्यूमन कंप्यूटर इंटरेक्शन एंड गेमिंग टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस एंड एनालिटिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) हैं.
कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग (Engineering Department) के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, ह्यूमन कंप्यूटर इंटरेक्शन एंड गेमिंग टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस और एनालिटिक्स की शाखा शुरू होगी, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग के तहत इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) शुरू होगा. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, प्रभारी डीन अश्विन कोठारी ने कहा, ‘पिछले साल तक हमारे पास बीटेक प्रथम वर्ष में 373 सीटें थीं, अब इस शैक्षणिक सत्र से उनकी संख्या बढ़कर 637 हो गई है. इन सीटों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की सीटों को भी शामिल किया गया है. पिछले साल आईआईआईटी नागपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में 214 सीटें थीं जो अब बढ़कर 421 हो गई हैं, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग में पिछले साल 133 सीटें थीं जो अब बढ़कर 216 हो गई हैं.
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कोठारी ने कहा, “अब नागपुर और क्षेत्र के अन्य शहरों के छात्रों के पास एक लोकप्रिय पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने का सुनहरा अवसर है. ये कोर्स चुनिंदा कॉलेजों में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि हमारे संस्थान में कई बड़ी और नामी कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आ रही हैं. वे छात्रों को अच्छा वेतन पैकेज दे रहे हैं. कई नामी कंपनियों और संगठनों से छात्रों के लिए इंटर्नशिप ऑफर भी आ रहे हैं। फैकल्टी में भी तेजी से भर्ती हो रही है.
इससे पहले आईआईआईटी नागपुर को 2016-17 में बीएसएनएल क्षेत्रीय दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र, सेमिनरी हिल्स से शुरू किया गया था. इसके बाद वर्ष 2021 में इस संस्थान को इसके स्थायी परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया. अब इसकी योजना दो साल में अपना आईटी पार्क स्थापित करने की है, जहां से सॉफ्टवेयर कंपनियां अपनी इकाइयां संचालित कर सकती हैं. सभी आईआईआईटी में यह पहला संस्थान होगा जहां छात्रों को इस तरह की एडवांस सुविधा मिलेगी. छात्र इन सॉफ्टवेयर इकाइयों में इंटर्नशिप भी कर सकेंगे. इसके अलावा आईआईआईटी नागपुर की भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का सामुदायिक केंद्र बनाने की योजना है.