E-MBA कोर्स से दीजिये करियर को नई उड़ान, ये हैं भारत के टॉप संस्थान

एक्जीक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम परंपरागत रूप से 12 से 18 महीने का डिग्री प्रोग्राम होता है. ये कोर्स मुख्य तौर पर पहले से ही कंपनियों में कॉर्पोरेट एक्जीक्यूटिव और मैनेजर्स के तौर पर काम कर रहे लोगों के लिये होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2020 12:28 PM
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नयी दिल्ली: एक्जीक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम परंपरागत रूप से 12 से 18 महीने का डिग्री प्रोग्राम होता है. ये कोर्स मुख्य तौर पर पहले से ही कंपनियों में कॉर्पोरेट एक्जीक्यूटिव और मैनेजर्स के तौर पर काम कर रहे लोगों के लिये होता है. एक्जीक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम सामान्य एमबीए की तरह ही है, लेकिन अनुभव और योग्यता के आधार पर इसमें कुछ बदलाव किये जाते हैं.

क्या है ई-एमबीएम कोर्स का मुख्य उद्देश्य

ई- एमबीए कोर्स का उद्देश्य कंपनियों में कार्यरत लोगों में कुछ वैसी योग्यता का निर्माण करना है जिसके जरिये वो कंपनी के साथ-साथ अपने पेशेवर करियर को भी नई ऊंचाई दे सकें. ई-एमबीए कोर्स करने वाले प्रोफेशनल्स को सामान्य एमबीए करने वाले वालों के मुकाबले फायदा मिलता है क्योंकि वे क्लास में जो भी सीखते हैं, तत्काल उसका इस्तेमाल अपने काम में भी कर सकते हैं. इसकी वजह से उनके प्रोफेशनल करियर में निखार आता है.

ई-एमबीए के छात्रों को सामान्य तौर पर अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा कोर्स वर्क करना पड़ता है. हालांकि ये काफी कम समय के लिये होता है क्योंकि नौकरी करते हुये उन्हें कई और भी काम करने होते हैं. ई-एमबीए कोर्स सामान्य एमबीए कोर्स के मुकाबले ज्यादा मंहगा होता है.

प्रमुख संस्थान जहां होगी ई-एमबीए की पढ़ाई

भारत में कई संस्थान ई-एमबीए कोर्स की सुविधा देते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही संस्थान इस कोर्स के लिये प्रतिष्ठित हैं. हालांकि, इस कोर्स को लेकर कई सारे कन्फ्यूजन हैं. कुछ संस्थान एक साल का आवासीय डिप्लोमा ई-एमबीए कोर्स की सुविधा देते हैं. कुछ संस्थान 15 महीने का फुल टाइम आवासीय पीजीडीएम कोर्स की सुविधा देते हैं. हालांकि, भारत में इन विशेषताओं के साथ ई-एमबीए कोर्स सामान्य एमबीए कोर्स से अलग होता है.

इन संस्थानों की कुछ खास विशेषता जानिये

  • भारत में कुछ संस्थान फुल टाइम ई-एमबीए कोर्स करवाते हैं जबकि कुछ संस्थानों में ये सुविधा नहीं मिलती.

  • भारत में कुछ संस्थानों में आवासीय सुविधा दी जाती है लेकिन कुछ संस्थानों में इसकी सुविधा नहीं मिलती.

  • भारत में ई-एमबीए कोर्स सामान्य तौर पर 12 से 18 महीने का होता है.

  • ये कोर्स उन लोगों के लिये है जिनको नौकरी करते हुये न्यूनतम पांच से दस साल हो गये हों.

  • इससे संबंधित ज्यादातर कोर्स के लिये जीएमएटी की जरूरत नहीं होती.

भारत में ई-एमबीए के लिये कुछ प्रमुख संस्थान

इनमें ध्यान देने वाली बात ये है कि आईआईएम सहित भारत में इस जैसे संस्थान अपने यहां ई-एमबीए कार्यक्रम की पेशकश नहीं करते हैं. प्रत्येक संस्थान अपने यहां एमबीए की ही समकक्ष डिग्री पीजीपीआई का ऑफर देता है. लेकिन, यदि आप ई-एमबीए जैसे पाठ्यक्रम में दाखिला लेना चाहते हैं तो आपकी सहायता के लिये कुछ ऐसे संस्थान की सूची नीचे दी गयी है.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद – पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट फॉर एक्जीक्यूटिव (PGPX)

ये संस्थान काफी प्रतिष्ठित है. ये भारत में भारत के कुछ शानदार ई-एमबीए कोर्स में से एक की सुविधा देता है. फाइनेंशियल टाइम्स ने साल 2019 में करियर प्रोग्रेशन कैटिगरी में इस संस्थान को 7वीं रैंक दी थी. केवल यही नहीं, साल 2019 में ही इस संस्थान को बेस्ट मैनेजमैंट इंस्टीट्यूट के तौर पर दूसरी रैंक मिली थी.

इस संस्थान में दाखिला कैसे लिया जा सकता है.

इस संस्थान में दाखिला लेने के लिये आवेदनकर्ता का किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी है.

कोर्स के शुरू होने की तिथि तक आवेदनकर्ता की उम्र न्यूनतम 25 साल होनी चाहिये.

आवेदनकर्ता ने जीएमएटी कम से कम 700 अंकों के साथ पास की हो.

आवेदनकर्ता का वर्क एक्सपीरियंस न्यूनतम पांच साल होना चाहिये.

पाठ्यक्रम पूरे 12 महीने यानी 1 साल का होगा. कोर्स खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स को डिप्लोमा भी दिया जायेगा.

इस कोर्स के लिये ट्यूशन फीस एक साल के लिये 25 लाख रुपये ली जायेगी. तुलनात्मक दृष्टिकोण से अन्य संस्थानों के मुकाबले ये काफी कम है.

कोर्स और संस्थान से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिये संस्थान की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.iima.ac.in/web/pgpx/programme/about-pgpx को विजिट कीजिये.ये संस्थान काफी प्रतिष्ठित है. ये भारत में भारत के कुछ शानदार ई-एमबीए कोर्स में से एक की सुविधा देता है. फाइनेंशियल टाइम्स ने साल 2019 में करियर प्रोग्रेशन कैटिगरी में इस संस्थान को 7वीं रैंक दी थी. केवल यही नहीं, साल 2019 में ही इस संस्थान को बेस्ट मैनेजमैंट इंस्टीट्यूट के तौर पर दूसरी रैंक मिली थी.

इस संस्थान में दाखिला लेने के लिये आवेदनकर्ता का किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी है.

कोर्स के शुरू होने की तिथि तक आवेदनकर्ता की उम्र न्यूनतम 25 साल होनी चाहिये.

आवेदनकर्ता ने जीएमएटी कम से कम 700 अंकों के साथ पास की हो.

आवेदनकर्ता का वर्क एक्सपीरियंस न्यूनतम पांच साल होना चाहिये.

पाठ्यक्रम पूरे 12 महीने यानी 1 साल का होगा. कोर्स खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स को डिप्लोमा भी दिया जायेगा.

इस कोर्स के लिये ट्यूशन फीस एक साल के लिये 25 लाख रुपये ली जायेगी. तुलनात्मक दृष्टिकोण से अन्य संस्थानों के मुकाबले ये काफी कम है.

कोर्स और संस्थान से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिये संस्थान की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.iima.ac.in/web/pgpx/programme/about-pgpx को विजिट कीजिये.

इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद- पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमैंट फॉर एग्जीक्यूटिव (PDPMEX)

ई-एमबीए कोर्स के लिये ये देश का एक और प्रतिष्ठित संस्थान है. फाइनेंशियल टाइम्स ने साल 2015 में इस संस्थान को 33वीं रैंक दी थी. आईआईएम अहमदाबाद की तरह ही इसमें एडमिशन लेने के लिये भी तकरीबन समान योग्यता चाहिये.

इस संस्थान में दाखिला लेने के लिये जरूरी है कि आवेदनकर्ता ने किसी कंपनी में बतौर प्रोफेशनल न्यूनतम 10 साल तक काम किया हो.

आवेदनकर्ता को एप्लीकेशन के साथ 15 हजार रूपये की फीस जमा करनी होगी. ये रकम लौटाई नहीं जा सकती.

यहां कोर्स में दाखिले के लिये किसी भी तरीके का क्वालीफिकेशन एग्जाम नहीं देना होगा. जीएमएटी और केट में यदि अच्छे मार्क्स हों तो यहां दाखिले के चांसेज बढ़ जाते हैं. कोर्स 15 महीने का होगा. कोर्स आवासीय सुविधा वाली नहीं होगी. व्यक्तिगत साक्षात्कार के जरिये फाइनल सेलेक्शन किया जाता है जिसमें अलग-अलग शैक्षणिक और व्यवसायिक जानकारी की परख होती है.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमैंट, बेंगलुरु- एग्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (Executive MBA IIMB)

फाइनेंशियल टाइम्स ने साल 2019 में इस संस्थान के इस कोर्स को 1st रैंकिंग दी थी. ग्लोबल रैकिंग में ये 27वें पायदान पर रहा था. इसमें भी दाखिले के लिये वही योग्यता चाहिये जो ऊपर उल्लिखित संस्थानों में चाहिये.

आवेदनकर्ता का किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी है. इसके साथ ही उसे न्यूनमत पांच साल का वर्क एक्सीरियंस होना चाहिये. जीएमटीए और जीआरई में हासिल अंकों की मान्यता आवेदन करने की तारीख तक पांच साल तक की ही होगी.

यहां करवाया जाने वाला ई-एमबीए कोर्स एक साल का होगा. फुल टाइम आवासीय कोर्स होगा. यहां दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स को अंतर्राष्ट्रीय एक्सचेंज प्रोग्राम की सुविधा भी दी जायेगी.

इस कोर्स के लिये फीस के तौर पर स्टूडेंट्स को 29.5 लाख रुपये का भुगतान करना होगा. इसमें आवासीय सुविधा भी शामिल होगी.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमैंट, कोलकाता- पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम फॉर एग्जीक्यूटिव (PGPEX)

यहां कराया जाने वाला ई-एमबीए कोर्स पूरे भारत में एकमात्र ऐसा कोर्स है जो त्रिस्तरीय मान्यता प्राप्त है. इसे तीन प्रमुख मैनेजमैंट एजेंसी AACSB, AMBA, and EQUIS मान्यता देती है. ये बहुत महत्वपूर्ण है.

यहां कराया जाने वाला ई-एमबीए कोर्स 1 साल का होता है. फुलटाइम आवासीय कोर्स है. इसके लिये बैचलर डिग्री के साथ-साथ 5 से 12 साल तक का वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिये. कोर्स के लिये स्टूडेंट्स को फीस बतौर फीस 27 लाख रुपये चुकाने होंगे.

Posted By- Suraj Kumar Thakur

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