राष्ट्रीय युवा दिवस इस देश के उन युवाओं को समर्पित है, जो भारत के लिए एक स्वस्थ और बेहतर भविष्य को आकार देने की क्षमता रखते हैं. प्रसिद्ध भारतीय व्यक्तित्व स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाया जाने वाला राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह खास होता है. राष्ट्रीय युवा दिवस 2022, 12 जनवरी को मनाया जाएगा, जिसे विवेकानंद जयंती भी कहा जाता है. जानें विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में क्यों मनाते हैं.
राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है. 12 जनवरी, 1863 को जन्मे स्वामी विवेकानंद ने दुनिया भर में लोगों के भारत को देखने के तरीके को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
स्वामी विवेकानंद के जीवन और कार्य ने कई वर्षों से लाखों लोगों को प्रेरित किया है. 1985 में, भारत सरकार ने एक नोट बनाया इस उद्देश्य के साथ कि विवेकानंद की विचारधारा विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित कर सकती है और उनके जीवन को आकार देने में मदद कर सकती है. तभी से उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है.
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर हर साल स्कूलों और कॉलेजों में भाषणों, प्रतियोगिताओं जैसे विभिन्न कार्यक्रमों और समारोहों का आयोजन किया जाता है. इसका उद्देश्य भारत के युवाओं में प्रतिभा को बढ़ाने में मदद करना है और उन्हें यह व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करना है कि वे विभिन्न मुद्दों के बारे में कैसा और क्या महसूस करते हैं. राष्ट्रीय युवा दिवस के उत्सव में विभिन्न सम्मेलनों और कार्यक्रमों का आयोजन होता है जिसमें भारत के युवा भाग लेते हैं और विचारों का आदान-प्रदान करते हैं और स्वामी विवेकानंद के जीवन और कार्यों का जश्न मनाते हैं.
राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 के उद्घाटन के साथ शुरू होगा. शुरुआत में पुडुचेरी में एक ऑन-ग्राउंड कार्यक्रम होने की उम्मीद है, यह उत्सव ऑनलाइन होगा क्योंकि भारत कोरोना के तीसरी लहर के प्रकोप से जूझ रहा है.