NCERT ने जारी किया कक्षा 6 से 8 के लिए का वैकल्पिक कैलेंडर

लॉकडाउन और कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण स्कूली बच्चों के बीच ऑनलाइन क्लास का आयोजन हो रहा है. MHRD ( Ministry of Human Resource Development ) यानी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर बनाया है.

By Shaurya Punj | April 23, 2020 4:06 PM

लॉकडाउन और कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण स्कूली बच्चों के बीच ऑनलाइन क्लास का आयोजन हो रहा है. MHRD ( Ministry of Human Resource Development ) यानी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर बनाया है. मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज राजधानी दिल्ली में उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा छठी से आठवीं) के लिए यह वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर जारी किया. इसके पहले प्राथमिक स्तर (कक्षा एक से पांचवीं) के लिए ये कैलेंडर 16 अप्रैल को जारी किया था.

कैलेंडर में चार भाषाओं के विषयों संस्कृत, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी को शामिल किया गया है। इस वैकल्पिक कैलेंडर में ई-पाठशाला, एनआरओईआर और दीक्षा पोर्टल पर अध्यायवार उपलब्ध सामग्री को भी शामिल किया गया है.

इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा , “इस कैलेंडर में शिक्षकों के लिए तकनीक और सोशल मीडिया उपकारों के उपयोग के दिशानिदेर्श भी दिए गए हैं, ताकि वो बच्चों को बेहतर तरीके से ऑनलाइन शिक्षा दे सकें। जिन बच्चों के पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं, उनको शिक्षक मोबाइल पर एसएमएस भेज कर या फोन कर के शिक्षा प्रदान कराने के दिशानिदेर्श भी इस कैलेंडर में दिए गए हैं.”

निशंक ने कहा , “बहुत जल्द मंत्रालय 9 से 12 की कक्षाओं और सभी विषयों को इस कैलेंडर में शामिल करेगा. इस कैलेंडर में बच्चों के सीखने की जरूरत को ध्यान में रखा गया है और इससे दिव्यांग बच्चे भी जुड़ सकते हैं। दिव्यांग छात्रों के लिए इस कैलेंडर में ऑडियो बुक्स, रेडियो कार्यक्रमों आदि द्वारा शिक्षा प्रदान किये जाने की सुविधा है.”

इसे एससीईआरटी, राज्य स्कूल शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा बोर्ड्स, केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति समेत तमाम संस्थाओं के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग और डीटीएच चेनलों द्वारा प्रसारित और प्रचारित किया जाएगा.

यह विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और स्कूल के प्राचार्यों को सशक्त करेगा, ऑनलाइन संसाधनो का उपयोग कर सकारात्मक तरीकों से कोविड-19 की चुनौतियों का सामना करने में तथा बच्चो को घर पर ही उत्तम शिक्षा उपलब्ध करवाने में मदद करेगा.

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