NEP 2020 : नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के लागू हो जाने के बाद सरकार विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को बड़ी राहत देने की तैयारी में है. बताया जा रहा है कि इस स्कीम के लागू हो जाने से विदेश में रह रहे भारतीय छात्रों की तकरीबन 20 लाख रूपये की बचत होगी. सरकार इसको लेकर चरणबद्ध तरीके से काम कर रही है.
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले समय में सरकार उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों के पैसे बचाने की योजना पर काम कर रही है, इसके तहत छात्रों को कम से कम फीस में पढ़ाई पूरी हो जाए. इसके लिए शुरूआती स्टेप से ही छात्रों को राहत दी जाएगी.
ये है प्लान- सरकार के अनुसार छात्रों द्वारा अप्लीकेशन फीस से लेकर अन्य प्रक्रियाओं में लगने वाली फीस में कटौती की जाएगी. उदाहरण के लिए, जहां पहले अप्लीकेशन फॉर्म भरने में 3500 रुपये लगता था, कब उसे कम करके 500-1500 के बीच किया जाएगा, जिसमें छात्रों को करीब 2000 रुपये बचेंगे.
हाउ टू थिंक पर फोकस करें छात्र- इससे पहले, शुक्रवार को एक कॉन्क्लेव में बोलते हुए पीएम ने कहा ‘अभी तक जो हमारी शिक्षा व्यवस्था है, उसमें व्हाट टू थिंक पर फोकस रहा है, जबकि इस शिक्षा नीति में हाउ टू थिंक पर बल दिया जा रहा है. ये मैं इसलिए कह रहा हूं कि आज जिस दौर में हम हैं, वहां सूचना और कंटेंट की कोई कमी नहीं है.’
कैबिनेट की मंजूरी- बता दें कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को कैबिनेट द्वारा मंजूरी दे दी गई है. यह नीति स्कूल और उच्च शिक्षा प्रणाली में कुछ बड़े बदलावों की रूपरेखा तैयार करती है. नीति में पेश किए गए प्रमुख परिवर्तनों में से एक है शिक्षा की 10 + 2 रूपरेखा से 5 + 3 + 3 + 4 साल की उम्र के शुरुआती बचपन और शिक्षा (ECCE) का मजबूत आधार माना जा रहा है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra