12वीं के बाद कमाना चाहते हैं तो Graphic Designing में है कमाल का कॅरिअर
Graphic Designer 12वीें के बाद भी किया जा सकता है. इंडस्ट्री में कई इंस्टिट्यूट कोर्स करा रहे हैं.
डिजाइनिंग का कोई भी क्षेत्र हो, वह रचनात्मकता की मांग करता है. ग्राफिक डिजाइनिंग रचनात्मकता और तकनीक दोनों का मेल है. ग्राफिक डिजाइनिंग असल में विजुअल कम्युनिकेशन की एक प्रक्रिया है, जिसमें शब्द, दृश्य एवं विचार को मिलाकर एक संदेश पेश किया जाता है. मीडिया हाउस, जिसमें प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक, वेब सब शामिल हैं, एडवरटाइजिंग एजेंसी, टेलीविजन एवं फिल्म इंडस्ट्री सभी में आज बड़े पैमाने पर ग्राफिक डिजाइनिंग का काम होता है. इसलिए वर्तमान में ग्राफिक डिजाइनिंग को बेहतरीन जॉब की संभावनाओं वाले क्षेत्र में शुमार किया जाता है.
कौन कर सकता है यह कोर्स
ग्राफिक डिजाइन के क्षेत्र में कई तरह के कोर्स मौजूद हैं. ग्राफिक डिजाइनिंग की पढ़ाई बारहवीं के बाद ही शुरू कर सकते हैं. ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के बाद भी डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से ग्राफिक डिजाइनिंग में करियर बनाया जा सकता है. ग्राफिक डिजाइनिंग में कुछ प्रमुख कोर्स हैं – फाइन आर्ट्स एवं ग्राफिक डिजाइनिंग में बैचलर डिग्री, ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन, विजुअल कम्युनिकेशन डिजाइन प्रोग्राम, एडवरटाइजिंग एंड विजुअल कम्युनिकेशन कोर्स, एप्लाइड आर्ट्स एंड डिजिटल आर्ट्स, प्रिंटिंग एंड मीडिया इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन विजुअल कुम्युनिकेशन.
इन संस्थानों से कर सकते हैं पढ़ाई
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, आइआइटी, मुंबई
आइआइटी, गुवाहाटी
आइआइटी, कानपुर
सृष्टि स्कूल ऑफ आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु
डिपार्टमंट ऑफ डिजाइन, महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पुणे.
कहां कर सकते हैं जाॅब
आज ग्राफिक डिजाइनर्स न्यूज पेपर, मैग्जीन, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, एड एजेंसी, पीआर एजेंसी से लेकर फिल्म इंडस्ट्री तक हर किसी के काम का अहम हिस्सा बन चुके हैं. ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में जाॅब पाने के लिए डिग्री होना ही काफी नहीं है, अपने काम में माहिर होना जरूरी है. आपकी दक्षता ही आपको आगे बढ़ायेगी. आप बन सकते हैं क्रिएटिव डायरेक्टर/ आर्ट डायरेक्टर, लोगो डिजाइनर, लेआउट आर्टिस्ट, ब्रांड आइडेंटिटी डिजाइनर, फ्लैस डिजाइनर, मल्टीमीडिया डिजाइनर.