Postal Department Recruitment Scam: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को ओडिशा के भुवनेश्वर के डाक सेवा निदेशक से प्राप्त शिकायत के आधार पर ओडिशा डाक भर्ती में कथित प्रमाण पत्र जालसाजी की एक बड़ी जांच शुरू की.
इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने पिछले साल 9 मई को भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी, 420, 468 और 471 के साथ 511 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 (ए) (जैसा कि 2018 में संशोधित किया गया) के तहत एक नियमित मामला दर्ज किया था. यह मामला डाक विभाग की शिकायत पर ग्रामीण डाक सेवक परीक्षा, 2023 (ओडिशा सर्कल) के 63 उम्मीदवारों और डाक विभाग के अज्ञात अधिकारियों और अज्ञात निजी व्यक्तियों सहित अन्य के खिलाफ दर्ज किया गया था.
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जालसाजी का मामला दर्ज
ग्रामीण डाक सेवक परीक्षा के सिलसिले में 63 उम्मीदवारों पर जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है. जिन जिलों में तलाशी ली गई है उनमें कालाहांडी, नुआपाड़ा, रायगढ़ा, नबरंगपुर, कंधमाल, केंदुझार, मयूरभंज, बालासोर और भद्रक शामिल हैं. तलाशी अभियान में 204 से अधिक अधिकारी शामिल थे, जिनमें सीबीआई के 122 अधिकारी और अन्य विभागों के 82 कर्मचारी शामिल थे, जो जांच के पैमाने और गंभीरता को दर्शाता है.
1,382 ग्रामीण डाक सेवक पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शामिल
सीबीआई के अनुसार, शिकायत में 1,382 ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शामिल है. 27 जनवरी, 2023 को ऑनलाइन आवेदन शुरू हुए. आवेदकों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए और स्थानीय भाषा में दक्षता होनी चाहिए. उन्हें अपने प्रमाणपत्र और मार्कशीट एक केंद्रीकृत सर्वर पर अपलोड करने थे. 10वीं कक्षा के अंकों के आधार पर चयन स्वचालित था. चयनित उम्मीदवारों को एसएमएस और ईमेल के माध्यम से सूचनाएं प्राप्त हुईं और उन्हें नियुक्ति से 15 दिन पहले दस्तावेज सत्यापन के लिए रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया.