Sarkari Naukri In Jharkhand : एसएनएमएमसीएच में जल्द शुरू होगा कैथ लैब, 92 चिकित्सकों की होगी बहाली

Dhanbad SNMMCH Recruitment, Dhanbad SNMMCH Vacancy 2021: स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एसएनएमएमसीएच में जल्द शुरू होगा कैथ लैब, 92 चिकित्सकों की होगी बहाली, कोरोना वैक्सीन पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वैक्सीन सुरक्षित, अर्हता पूरी की तो खुद भी टीका लूंगा

By Prabhat Khabar News Desk | January 16, 2021 11:46 AM

Sarkari Naukri In Jharkhand, Dhanbad SNMMCH Vacancy 2021, धनबाद : एसएनएमएमसीएच में जल्द ही कैथ लैब की सुविधा मिलेगी. इसकी तैयारियां चल रही है. 92 डॉक्टरों की जरूरत होगी, नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी. उक्त बातें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कही. स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में थे. उन्होंने संपादकीय साथियों से कहा : राज्य में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी पूरी करने के लिए सरकार प्रयासरत है.

पॉजिटिव सोच के साथ सरकार काम कर रही है. कोरोना वायरस से लड़ाई में ही एक साल निकल गया है. फिर भी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. आने वाले समय में लोगों को इसका लाभ मिलेगा. कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रही भ्रांतियों पर उन्होंने कहा : स्वास्थ्य के सवाल पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है. अगर अहर्ता पूरी कर पाया, तो वह भी वैक्सीन लेना चाहते हैं.

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Dhanbad SNMMCH Vacancy 2021: सात आरटीपीसीआर लैब स्थापित

मंत्री ने कहा : कोरोना शुरू हुआ था, उस वक्त हर छोटी सुविधा के लिए मशक्कत करनी पड़ रही थी. इस विकट स्थिति में सरकार ने राज्य में सात आरटीपीसीआर लैब स्थापित किया. चार निजी लैब को कोरोना वायरस की जांच का जिम्मा दिया गया.

साथ ही ट्रूनेट जांच की व्यवस्था की गयी, ताकि लोग अपने सुविधा के अनुसार जांच करा पायें. आरटीपीसीआर की जांच दर 400 रुपये की.

लोगों का रूप दिखा :

कोरोना काल ने बहुत कुछ दिखाया और सिखाया है. मानवीय रिश्ते तार-तार हुए. संस्कार और संस्कृति से लोग बाहर हो गये. संक्रमित पिता की मौत पर बेटा शव नहीं लेता था, तो बेटे की मौत पर परिजन पीछे हट जा रहे थे. सारी जिम्मेवारी सरकार ने निभायी. उस वक्त भय व्याप्त था. पर सरकार ने हार नहीं मानी.

स्वास्थ्य कर्मी बन कर कर रहा हूं काम :

श्री गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री भी स्वास्थ्य कर्मी की तरह है. इसी नाते मैं काम करता आ रहा हूं. राज्य में कोरोना से संक्रमित की मौत के कारणों का अध्ययन किया गया, तो पता चला कि ज्यादातर माैतें मल्टी ऑर्गन फेल्योर से हुई थी. लगभग सभी अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित थे.

वाह-वाही लूटने के लिए भवन बनाये गये :

राज्य में कई भवन खाली पड़े हुए हैं…उसका उपयोग नहीं किये जाने के सवाल पर बन्ना गुप्ता ने कहा : वाह-वाही लूटने के लिए भवन बनाये गये हैं. लोगों को सुविधा मिले, इसके लिए सरकार काम कर रही है. अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना है. स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी को पूरा किया जा रहा है. यही प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि दल से पहले देश है. लोगों की सेवा के लिए तत्पर हूं.

सीएमसी की तर्ज पर होगी इलाज की हाइटेक सुविधा :

मंत्री ने कहा : राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को हाइटेक किया जा रहा है. आनेवाले दिनों में वीडियों कांफ्रेंसिंग और ऑनलाइन रिपोर्ट के आधार पर बाहर के डॉक्टर मरीज का इलाज करेंगे. इसके लिए सीएमसी वैल्लोर की तर्ज पर पूरी जानकारी सिस्टम में रहेगी. एक कोड डालने पर उसकी पूरी जानकारी सिस्टम में दिखेगी. इससे पहले प्रभात खबर कार्यालय पहुंचने पर स्वास्थ्य मंत्री का स्वागत यूनिट इंचार्ज अनूप सरकार ने बुके देकर किया.

मैनपावर सप्लायर के भुगतान की होगी जांच

एसएनएमएमसीएच में पूर्व में मैनपावर की सप्लाई करनेवाली एजेंसी राम इंटरप्राइजेज और एडवांस बिजनेस काॅरपोरेट को कोरोना काल में दो करोड़ रुपये भुगतान किये जाने की जांच होगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. कोरोना काल में पांच लाख से अधिक का भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया गया था.

विकट स्थिति में सरकार ने धैर्य बनाये रखा

सकारात्मक सोच के साथ सरकार आयी थी. इसी बीच कोरोना महामारी आ गयी. हर एक चीज के लिए परेशानी हो रही थी. वेंटिलेटर की जरूरत मात्र पांच प्रतिशत लोगों को पड़ रही थी. इसे भी जुटाना था. ज्यादातर संक्रमित को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही थी. लैब की कमी थी. रैपिड किट से सही जानकारी नहीं मिल रही थी. सरकार ने हर मोड़ पर धैर्य बनाये रखा. इसका परिणाम है कि आज राज्य में कोरोना संक्रमितों का रिकवरी दर 98 प्रतिशत से अधिक है. वहीं देश की तुलना में राज्य का मृत्यु दर काफी बेहतर है. फिर भी एक व्यक्ति की भी जान जाती है, तो यह दुखद है.

Posted By : Sameer Oraon

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