ट्विटर जल्द ही गलत सूचनाओं पर रोकथाम के लिए एक योजना शुरू करने जा रहा है. हाल में भ्रामक सूचनाओं के फैलने से कई बार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. सर्वे में यह भी सामने आया है कि ट्विटर पर रियल न्यूज से भी तेजी से फेक न्यूज वायरल होती है. इन्हीं समस्याओं से निपटने की दिशा में ट्विटर मेनिपुलेटेड मीडिया को चिन्हित करने के लिए थ्री टेस्ट योजना को लागू करेगा.
ट्विटर डॉक्टर्ड अथवा मेनिपुलेटेड फोटो एवं वीडियोज को चिन्हित करेगा, जिससे यूजर्स को पता चल सके कि इस फोटो अथवा वीडियो से छेड़छाड़ की गयी है तथा भविष्य में वे ऐसे अकाउंट्स से सावधान रहें. ट्विटर ऐसे मीडिया को ‘जनसुरक्षा को प्रभावित करने अथवा नुकसान पहुंचाने वाले’ के लेबल के साथ यूजर्स के सामने उपलब्ध करेगा. ट्विटर की इस योजना में ‘हानि’ की परिभाषा शारीरिक नुकसान से परे है़ इसमें किसी व्यक्ति अथवा समूह की भौतिक सुरक्षा तथा दंगों को हानि की श्रेणी में रखा गया है.
किसी व्यक्ति की गोपनीयता को सार्वजानिक करना तथा किसी व्यक्ति या समूह के आपराधिक घटनाओं में भाग लेने को भी ‘हानि’ की श्रेणी रखा गया है. ट्विटर थ्री टेस्ट योजना के द्वारा ही तय करेगा कि वह किस प्रकार मेनिपुलेटेड मीडिया के खिलाफ कारवाई करेगा. इस थ्री टेस्ट योजना में ट्विटर सबसे पहले यह जांच करेगा कि डेटा आधिकारिक है अथवा उसमें हेरफेर की गयी है. दूसरे चरण में ट्विटर यह जांच करता है कि क्या डेटा को भ्रामक तरीके से फैलाया जा रहा है और तीसरे और अंतिम चरण में ट्विटर यह आकलन करता है कि यह डेटा किसी व्यक्ति अथवा समाज को किस हद तक नुकसान पंहुचा सकता है. ट्विटर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार फैल रही भ्रामक सूचनाओं के मद्देनजर यह फैसला लिया है.
ट्विटर ने पिछले माह ही इस योजना की जानकारी एक ब्लॉगपोस्ट के माध्यम से साझा की. ट्विटर ने बताया कि इस योजना का प्रारंभिक ड्राफ्ट बीते वर्ष नवंबर में ही तैयार हो गया था तथा इसे लागू करने से पहले यूजर्स से फीडबैक भी लिया गया था. इस नयी योजना के फीडबैक के लिए #TwitterPolicyFeedback भी जारी किया था, जिसके माध्यम से यूजर्स ने इस नयी पाॅलिसी को लेकर अपना फीडबैक दिया.