UGC Net Exam Online Registration News : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यूजीसी नेट परीक्षा 2022 के लिए रविवार को आनलाइन आवेदन जारी कर दिया. जून सत्र की परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार आनलाइन अधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते है. आवेदन केवल आनलाइन माध्यम से ही भरे जाएंगे.
सबसे पहले NTA UGC NET की आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in पर जाएं.
होम पेज के नीचे “यूजीसी नेट दिसंबर 2021 और जून 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र का पंजीकरण” लिंक पर क्लिक करें.
इसके बाद विवरण भरें और यूजीसी नेट पंजीकरण 2022 को पूरा करने के लिए एक पासवर्ड बनाएं.
अपने यूजीसी नेट 2022 के साथ लॉग इन करें आवेदन संख्या और पासवर्ड और दिए गए कोड को दर्ज करें.
यूजीसी नेट आवेदन पत्र 2022 भरें.
अब, स्कैन की गई तस्वीर और हस्ताक्षर अपलोड करें.
यूजीसी नेट 2022 पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें.
आगे उपयोग के लिए यूजीसी नेट आवेदन पत्र 2022 का प्रिंटआउट लें.
UGC NET परीक्षा के आवेदन के लिए कि सामान्य/अनारक्षित श्रेणी के छात्रों को 1100 रुपये का भुगतान करना होगा. वहीं, सामान्य-ईडब्ल्यूएस/ओबीसी/एनसीएल के लिए शुल्क 550 रुपये हैं और थर्ड जेंडर को रु. 275 रुपये का भुगतान करना होगा.
नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NTA UGC-NET) एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा है, जो राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की ओर से वर्ष में दो बार भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ‘केवल असिस्टेंट प्रोफेसर’ या ‘जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर दोनों’ पद के लिए उम्मीदवार की पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 2018 तक NTA NET परीक्षा आयोजित करता था. दिसंबर 2018 से, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को UGC NET परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई थी. एनटीए यूजीसी नेट परीक्षा साल में दो बार ऑनलाइन मोड में आम तौर पर जून और दिसंबर के महीने में आयोजित की जाती है. पहले यह ऑफ़लाइन मोड में आयोजित किया गया था.
सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) के लिए योग्य उम्मीदवारों को UGC द्वारा जारी एक ई-सर्टिफिकेट / JRF अवार्ड पत्र मिलता है और इसे https://ecertificate.nta.ac.in से डाउनलोड किया जा सकता है.
यूजीसी नेट परीक्षा को भारत में सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है, जिसमें केवल 4-5 प्रतिशत उम्मीदवार ही सफल हो पाते हैं. भारतीय विश्वविद्यालयों और सरकारी कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर या प्रोफेसर बनने के लिए नेट योग्यता अनिवार्य है.