कोलकाता : आईसीएसई और सीबीएसई की मैट्रिक (10वीं) और इंटर (12वीं) की परीक्षाएं रद्द होने के बाद अब निगाहें पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीएसई) और पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा काउंसिल (डब्ल्यूबीसीएचएसई) पर टिक गयी हैं. विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षाएं होंगी या नहीं.
सोशल मीडिया में एचएस काउंसिल की एक प्रेस विज्ञप्ति वायरल है, जिसमें कहा गया है कि 23 जुलाई से उच्च माध्यमिक यानी 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं ली जायेंगी. लेकिन, काउंसिल ने स्पष्टीकरण दिया है कि रिलीज उसने जारी नहीं किया है. बुधवार को दिन में 2 बजे काउंसिल और माध्यमिक बोर्ड की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होना था, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया.
बताया जा रहा है कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षाओं की तारीखों के बारे में अहम घोषणा के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस होना था. लेकिन, चूंकि आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड ने अपनी परीक्षाएं रद्द कर दी हैं, बंगाल बोर्ड पर भी दबाव बढ़ गया है. इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया. बताया जा रहा है कि दो-तीन दिन में फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी जायेगी.
Also Read: बोले शिक्षा मंत्री- बंगाल में कोरोना नियंत्रित होने के बाद होंगी बोर्ड की परीक्षाएं
सोशल मीडिया में एचएस काउंसिल की जो प्रेस विज्ञप्ति घूम रही है, उसमें कहा गया है कि वर्ष 2021 में उच्च माध्यमिक की परीक्षाएं 23 जुलाई को शुरू होगी और 3 अगस्त (कुल 9 कार्यदिवस) में समाप्त हो जायेगी. इस दौरान 15 भाषाओं और 18 इलेक्टिव विषयों की परीक्षाएं ली जायेंगी. हर दिन 12 बजे से दोपहर 1:30 बजे के बीच होम सेंटर (अपने ही स्कूल में) परीक्षाएं होंगी.
प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि 19 विषयों की लिखित परीक्षा नहीं होगी. यदि इनमें से किसी विद्यार्थी ने इलेक्टिव सब्जेक्ट ले रखा है, तो उसे प्राप्त कुल अंकों के आधार पर औसत अंक दिया जायेगा. कहा गया है कि उच्च माध्यमिक की परीक्षा पुरानी पद्धति से ही होगी. यानी विद्यार्थियों को हर विषय के पार्ट-ए और पार्ट-बी की परीक्षा देनी होगी. दोनों ही पार्ट में 50 फीसदी या उससे अधिक प्रश्नों के उत्तर देने होंगे.
कथित तौर पर उच्च माध्यमिक काउंसिल की ओर से जारी इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सभी स्कूलों को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना होगा. कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए ही परीक्षा के तमाम इंतजाम किये जायेंगे. सोशल डिस्टैंसिंग से लेकर सैनिटाइजेशन और अन्य नियमों का पालन हर हाल में स्कूलों को करना होगा. यह भी कहा गया है कि 12 जून से काउंसिल के 55 केंद्रों के जरिये एडमिट कार्ड और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट समेत तमाम कागजात का वितरण किया जायेगा.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद की सभापति डॉ महुआ दास के नाम से जारी इस प्रेस रिलीज पर डॉ दास के हस्ताक्षर नहीं हैं. काउंसिल के किसी भी पदाधिकारी ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किया है. कहा जा रहा है कि उच्च माध्यमिक की परीक्षा से जुड़ी यह विशेष विज्ञप्ति आधिकारिक रूप से जारी किये जाने से पहले ही लीक हो गयी. बहरहाल, परीक्षा की तिथि पर माध्यमिक बोर्ड और उच्च माध्यमिक काउंसिल ने अभी कोई अंतिम फैसला नहीं किया है.
Also Read: बंगाल बोर्ड के मेधावी छात्रों के लिए बेहतरीन अवसर
ज्ञात हो कि मंगलवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद सीबीएसई (12वीं) व आइएससी की परीक्षा रद्द किये जाने की घोषणा से स्कूल के प्रिंसिपल व विद्यार्थी काफी संतुष्ट हैं. इस विषय में कई प्राचार्यों ने कहा है कि परीक्षा फरवरी-मार्च में होने वाली थी, लेकिन उसे स्थगित कर दिया गया. दसवीं की परीक्षा तो पहले ही रद्द कर दी गयी थी, लेकिन 12वीं की परीक्षा को लेकर विद्यार्थी काफी तनाव में थे. अंतिम निर्णय से उनका तनाव कम हुआ है.
हेरिटेज स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सप्रू का कहना है कि सरकार का यह अच्छा फैसला है, क्योंकि पूरे देश में कोरोना को लेकर जो स्थिति है, उसमें पहले बच्चों की जिंदगी बचाना ज्यादा अहम है. कुछ बच्चे विदेश में जाकर पढ़ने की तैयारी कर रहे थे. उनको भी राहत मिलेगी, क्योंकि उनको सही समय पर परीक्षा के नतीजे मिल जायेंगे.
Also Read: पश्चिम बंगाल : मां, बाप व बेटे ने एक साथ बोर्ड एक्जाम देकर रचा इतिहास
Posted By: Mithilesh Jha