Coronavirus In Jharkhand, चाईबासा न्यूज (अभिषेक पीयूष) : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे राज्य में शिक्षण संस्थानों की गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी है, लेकिन इसके बावजूद चाईबासा शहरी क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से कोचिंग सेंटर का संचालन हो रहा है. आपको बता दें कि कोरोना महामारी से बचाव के मद्देनजर राज्य सरकार ने कोचिंग संस्थानों के संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है.
लॉकडाउन के बीच चाईबासा में संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों में नियमों का उल्लंघन कर कोचिंग संचालक के द्वारा सेंटर चलाए जा रहे हैं. यहां सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन तक नहीं किया जा रहा है. इतना ही नहीं, कोचिंग से निकलते बच्चों के चेहरे भी मास्क से ढंके नहीं होते हैं. ऐसे में सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं. कोचिंग सेंटर छात्र बगैर मास्क के पढ़ने आ-जा रहे हैं. इस दौरान छात्र दर्जनों की संख्या में एक ही स्थान पर एकत्रित होते हैं. जिस कारण कोचिंग सेंटर में एकत्रित हो रहे छात्रों के बीच कोरोना संक्रमण के फैलने का बड़ा खतरा बना हुआ है.
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उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी के सरकारी आवास के ठीक पीछे एवं जिला परिषद की अध्यक्ष लालमुनी पूर्ति के आवास के समीप स्थित जिला परिषद के ही एक भवन में लॉकडाउन के नियमों को ताक पर रखकर चाईबासा में खुलेआम कोचिंग सेंटर का संचालन हो रहा है. उक्त भवन का शुल्क भी जिला परिषद कार्यालय द्वारा ही वसूल किया जाता है. प्रशासनिक अधिकारी प्रतिदिन उक्त रास्ते से होकर ही कार्यालय आना-जाना करते हैं. इतना ही नहीं, प्रशासनिक आवास होने के कारण पुलिस की गस्ती वाहन भी दिन भर में कई दफा उक्त क्षेत्र की पेट्रोलिंग करती है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि किसी भी जिम्मेदार का ध्यान इस ओर नहीं जाता है.
चाईबासा समेत राज्यभर में सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल बंद हैं. कोचिंग संस्थान भी बंद हैं, लेकिन कई कोचिंग संचालक इन परिस्थितियों का भी लाभ उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताज्जुब यह कि स्थानीय प्रशासन ऐसे कोचिंग संचालकों की गतिविधियों के प्रति उदासीन बना हुआ है. इस कारण चाईबासा पुलिस लाइन रोड स्थित कॉमर्स प्वाइंट समेत टुंगरी सुभाष चौक के समीप एक कोचिंग सेंटर का संचालन हो रहा है.
Posted By : Guru Swarup Mishra