Jharkhand news: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को जहां चाईबासा के टाटा कॉलेज में प्रमंडल स्तरीय मेगा परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम के तहत कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला- खरसावां जिले के लिये 1443 करोड़ रूपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया, वहीं, सिंहभूम स्पोर्टस एसोसिएशन के मैदान में पूरे राज्य के लिये ‘सहाय योजना’ की शुरुआत भी की. योजना की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर और बैलून उड़ाकर किया.
सबसे पहले सहाय योजना राज्य के पांच नक्सल प्रभावित जिलों में शुरू की गयी है. इससे जहां राज्य के खिलाड़ियों को मुकाम मिलेगा, वहीं नक्सल प्रभावित जिलों के लोग भी मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे. मुख्यमंत्री ने इस योजना के तहत सरकार ने खिलाड़ियों को दो हजार से लेकर दस हजार तक प्रोत्साहन राशि भी देने की घोषणा भी की.
साथ ही कहा कि ग्रामीण स्तर से लेकर प्रखंड व जिला स्तर तक खिलाड़ियों का चयन होगा. उसी के आधार पर उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जायेगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी. मुख्यमंत्री चाईबासा में करीब 4 घंटे तक रहे व झामुमो के लालकिला स्थित जिला कार्यालय भी गये व कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोल्हान के किसानों पावर ट्रीलर, दुकानदार को बारिश में क्षतिग्रस्त हो चुके दुकान को दुरुस्त कराने के लिए रुपये आदि के अलावा कोरोना से मृत प्रत्येक व्यक्तियों के वैसे परिजनों को 50 हजार रुपये उपलब्ध कराये, जिन्होंने इसके लिए क्लेम कर रखा था. ऐसे में कोविड- 19 संक्रमण से मृतकों के आश्रितों को आर्थिक कठिनाइयों से थोड़ी राहत महसूस होगी.
उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिला नक्सली प्रभावित क्षेत्र के नाम पर लोगों को भय होता है, लेकिन अब नहीं होगा. यहां लोग खुशी से रहेंगे. उग्रवाद क्षेत्र के नाम पर लोगों को डराया जाता है. लेकिन क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी खुशी के साथ रहते हैं. उन्हें किसी तरह का भय नहीं होता है. पहली बार सरकार ने झारखंड के खेल प्रतिभाओं के लिए एक अलग तरह का काम किया है.
उन्होंने कहा कि कई जिलों में खेल के लिये अलग से पदाधिकारी की नियुक्ति की गयी है. पोटो हो योजना को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. उसी योजना के तहत सहाय योजना आरंभ हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों के माध्यम से राज्य के नक्सल प्रभावित पांच जिले के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास होगा.राज्य के नक्सल प्रभावित जिले का चित्र लोगों के मन में जो गढ़ा गया है, उसे खेलों के माध्यम से बदला जाएगा. इन जिले के बच्चों को खेल के माध्यम से प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हर नौजवान में कोई न कोई प्रतिभा छिपी हुई है. उसे निखारने के लिए सहाय योजना की शुरुआत की गई है. इन बच्चों की प्रतिभा को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चमकने का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा. यह देश का अनोखा प्रसास है. जिसके माध्यम इन क्षेत्रों से खेल प्रतिभाओं को सामने लाया जायेगा. कहा कि कुछ लोग झारखंड में ऐसे हैं, जिन्हें यहां के भाषा, संस्कृति, जल, जंगल, जमीन के बारे जानकारी तक नहीं है. ऐसे लोग से झारखंड को बदनाम करने में लगे हैं. सहाय योजना के तहत एक नया मानचित्र राज्य कब बनने जा रहा है. अब ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली खिलाड़ी को भी मंच सरकार देगी.
कार्यक्रम का शुभारंभ खेल सचिव अमिताभ कौशल के स्वागत भाषण के साथ हुई. मौके पर मुख्य रूप से कैबिनेट मंत्री जोबा माझी, मंत्री आलमगीर आलम, खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी, मंत्री चंपाई सेारेन, सांसद गीता कोड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, विधायक दीपक बिरुआ, ईचागढ़ की विधायक सविता महतो, विधायक सुखराम उरांव, विधायक दशरथ गागराई, विधायक निरल पुरती, विधायक सोनाराम सिरका समेत प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का, प्रमंडलीय आयुक्त मनोज कुमार, तीनों जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त व विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.