Jharkhand News, West Singhbhum News, चाईबासा न्यूज (भागीरथी महतो) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के मुफ्फसिल थाना अंतर्गत पुटिदा के पास बाइक सवार ने साइकिल को टक्कर मार दी. जिसमें बाइक पर सवार एक युवक की मौत हो गयी, जबकि चार युवक घायल हो गये. इस हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन युवकों को एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर रेफर कर दिया गया. एक युवक का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. मृतक इस बार मैट्रिक की परीक्षा देने वाला था. बाइक और साइकिल सवार मागे पर्व मनाकर अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान सड़क हादसा हो गया.
ये घटना आज रविवार अहले सुबह करीब 3.30 बजे की है. पांचों घायलों को सदर अस्पताल लाया गया. अस्पताल में चिकित्सकों ने रामराई जारिका (20) को मृत घोषित कर दिया. उसका सिर और मुंह में चोट आयी थी. घायल होने वालों में बाइक पर सवार दामु दोंगो (22 वर्ष) और जयपाल दोंगो (18 वर्ष) शामिल हैं तथा साइकिल पर सवार घायल मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के तुईबीर गांव निवासी अभिषेक गोप (18 वर्ष) और छोटा गोप (16 वर्ष) शामिल हैं. वे दोनों सगे भाई हैं.
बाइक सवार रामराई जारिका, दामु दोंगो (22 वर्ष) और जयपाल दोंगो (18 वर्ष) पांड्राशाली ओपी अंतर्गत केंदुलोटा गांव के रहनेवाले हैं. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस रविवार सुबह सदर अस्पताल पहुंची और मृतक रामराई जारिका के शव को पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया. जानकारी के अनुसार मृतक रामराई जारिका, घायल दामु दोंगो और जयपाल दोंगो मागे पर्व मनाने कुदाबेड़ा गांव गये थे. वहां से रविवार भोर में एक बाइक पर सवार होकर वे तीनों घर केंदुलोटा लौट रहे थे. इधर, अभिषेक गोप और उसका छोटा भाई छोटे गोप भी बड़ा पंचो मागे पर्व मनाकर एक साइकिल पर सवार होकर घर तुईबीर लौटे रहे थे. उसी दौरान रास्ते में पुटिदा स्थित बकरा गोदाम के पास यह हादसा हुआ.
घायल साइकिल सवार अभिषेक गोप ने बताया कि तेज रफ्तार से आ रहे बाइक सवारों ने साइकिल में टक्कर मार दी. जिससे सभी लोग गिरकर घायल हो गये. चिकित्सकों बताया कि अभिषेक गोप का दाहिना पैर टूट गया है. बाकी सभी को सिर में चोटें आयी हैं. घटना की जानकारी मिलने पर रविवार सुबह घायलों के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. परिजन ने बताया कि हेलमेट पहने होते, तो ये बच जाते. मृतक रामराई जारिका इस वर्ष 2021 में होनेवाली मैट्रिक की परीक्षा देनेवाला था. वह लूथेरान उच्च विद्मालय चाईबासा का छात्र था. दोस्तों के साथ मागे पर्व मनाने गया था.
Posted By : Guru Swarup Mishra