Prabhat Khabar Exclusive, Chaibasa news : चाईबासा (अभिषेक पीयूष) : पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय स्थित चाईबासा शहर में यातायात व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन को लेकर एक ट्रैफिक थाना की जरूरत है. दरअसल, शहर में टैफिक कंट्रोल के लिए जिले के एसपी को विगत दिनों सदर एसडीपीओ के द्वारा एक प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें जिला मुख्यालय चाईबासा में ट्रैफिक कंट्रोल के साथ-साथ व्यवस्था संधारण के लिए शहर में एक यातायात थाना की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण बतायी गयी है. साथ ही ट्रैफिक थाना के सुचारू संचालन, नियंत्रण व देखरेख के लिए एक इस्पेक्टर, थाना के बेहतर कार्यों के लिए 2 एएसआइ, 3 एसआइ के साथ ही 30 की संख्या में पुलिस जवानों की प्रतिनियुक्ति-पदस्थापना करने की भी मांग की गयी है.
इतना ही नहीं, चाईबासा शहर का क्षेत्रफल अपेक्षाकृत कम आंकते हुए शहर के नगरपालिका क्षेत्र में स्थित सड़कों की चौड़ाई भी काफी कम बतायी गयी है. ऐसे में शहर के 11 स्थानों (पोस्ट ऑफिस चौक, बस स्टैंड, शहीद पार्क, उर्दू लाइब्रेरी के समीप, सरायकेला मोड, टाटा बाइपास मोड, तांबो चौक, गितिलिपी चौक, खप्परसाई ओवरब्रीज, जेएमपी चौक सिंहपोखरिया मोड) को ट्रैफिक पोस्ट के तौर पर चिह्नित किया गया है.
चाईबासा शहर के मध्य भाग में बस स्टैंड अवस्थित है. वहीं, शहर के बीचों-बीच से होकर एनएच-75 (ई) गुजरती है, जो कि सीमावर्ती राज्य ओड़िशा तक जाती है. शहर के बीच से एनएच-75 (ई) गुजरने के साथ ही दिन के समय में दुकानदारों द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण करने से मार्ग की चौड़ाई काफी कम हो जाती है. इससे शहर में वाहन पार्किंग की समस्या भी उत्पन्न होती है. इसके अलावा चाईबासा शहर में प्रवेश एवं निकासी के लिए 3 मुख्य द्वार (टाटा बाइपास मोड, सरायकेला मोड एवं सिंहपोखरिया मोड) अवस्थित है. साथ ही शहर में नगर पालिका एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्र सम्मलित हैं.
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शहर में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है. इससे शहर में आये दिन ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न होती है. ऐसे में यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए 5 स्थानों को पार्किंग जोन के लिए चिह्नित किया गया है. इसमें एसपीजी मिशन स्कूल के बाहर, पुराना अनुमंडल कार्यालय एवं यशोदा टॉकिज के सामने फोर व्हीलर वाहनों के लिए पार्किंग स्थल को चिह्नित किया गया है. वहीं, शहर के विकास भवन को टू व्हीलर वाहनों के लिए पार्किंग स्थल के तौर पर चिह्नित किया गया है.
जिला मुख्यालय चाईबासा खनिज खनन क्षेत्र के साथ ही सीमावर्ती राज्य ओड़िसा को खनिज उपभोग करने वाले औद्योगिक क्षेत्र जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां के अलावा झारखंड राज्य के अन्य जिलों समेत पश्चिमी बंगाल के खनिज उपभोग वाले क्षेत्रों को भी जोड़ती है. इसके अतिरिक्त चाईबासा से सीमावर्ती राज्य ओड़िसा एवं औद्योगिक क्षेत्र जमशेदपुर, आदित्यपुर एवं अन्य राज्यों के लिए जाने वाले लौह अयस्क खनिज के भारी वाहनों के साथ-साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन वाले भारी वाहनों का परिचालन भी काफी संख्या में होता है. इस परिस्थिति में शहर में ट्रैफिक थाना की स्थापना काफी महत्वपूर्ण है.
जिला मुख्यालय चाईबासा के बीचों-बीच से होकर एनएच-75 (ई) गुजरती है. वहीं काफी संख्या में भारी वाहनों के गुजरने के कारण शहर के आसपास के क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना के मामले भी अधिक संख्या में देखते को मिलते है. इतना ही नहीं, चाईबासा पुराना शहर होने के कारण जहां एक ओर सड़कों की चौड़ाई काफी कम है. वहीं दूसरी ओर अनियंत्रित बसाव व निर्माण कार्यों से शहर के बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण एवं सड़क जाम की समस्या बनी रहती है.
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चाईबासा शहर में प्रतिदिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए वन-वे परिचालन को लेकर 5 स्थानों को चिह्नित किया गया है. इसमें पोस्ट ऑफिस चौक से सदर बाजार होते हुए सदर थाना चौक, रेलवे क्रॉसिंग खप्परसाई से रेलवे ओवर ब्रीज खप्परसाई के आरंभ तक, पुलिस उप महानिरीक्षक (कोल्हान) चाईबासा के आवास से रुंगटा गेस्ट हाउस एवं टैक्सी स्टैंड तक, मधुबाजार चौक से नगाड़ा चौक तक एवं मधुबाजार चौक से शहीद पार्क चौक तक वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था के साथ ही चेक पोस्ट को लेकर पर्याप्त संख्या में लोहे का अवरोधक, 35 अदद साइनेज बोर्ड के साथ-साथ पुलिस बल की नियुक्ति की मांग भी एसपी से की गयी है.
चाईबासा शहर में प्रतिवर्ष दुर्घटना के बाद मौत के सर्वाधिक आंकड़ों पर गौर करते हुए 2 स्थानों (टाटा बाइपास मोड व डीएवी स्कूल के समीप टाटा-हाता रोड) को ब्लैक स्पॉर्ट के रूप में चिह्नित किया गया है. इसके अलावा शहर में ट्रैफिक नियम तोड़ने के कारण कुल 4 स्थानों को एक्सीडेंट प्रोर्न जोन (हार्ट स्पॉर्ट) के रूप में चिह्नित किया गया है. इसमें सिंहपोखरिया मोड, तांबो चौक स्थित तिमुहाना, नरसंडा मोड व सरायकेला मोड स्थित तिमुहाना को एक्सीडेंट प्रोर्न जोन के रूप में दर्शाया गया है.
चाईबासा शहरी क्षेत्र में स्थित व्यवसायिक दुकानदारों के साथ-साथ मकान मालिकों के द्वारा अपने मकान के आगे सार्वजिक भूमि अथवा सड़क के फ्लैंक पर अवैध रूप से मकान का विस्तार सड़क पर कर दिया गया है. ऐसे सभी स्थानों को शहर में अतिक्रमणयुक्त मार्ग बताते हुए अतिक्रमण मुक्त कराने की आवश्यकता भी जतायी गयी है. इसमें पोस्ट ऑफिस चौक से सदर बाजार रोड, पोस्ट ऑफिस चौक से फल गली, शहीद पार्क चौक से फल बड़ीबाजार डाउन तक, बस स्टैंड से क्रिकेट स्टेडियम तक, जैन चौक से स्थित पिल्लई हॉल से बस स्टैंड तक अतिक्रमणयुक्त सड़कों से इंक्रोचमेंट हटाने की आवश्यकता बतायी गयी है.
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कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि चाईबासा जिला मुख्यालय में यातायात व्यवस्था सुचारू करने को लेकर युद्ध स्तर पर काम हो रहा है. यातायात व्यवस्था को मजबूत करने को लेकर ट्रैफिक थाना की स्थापना सरकार स्तर पर किया जाना है. इसके लिए प्रस्ताव एसपी स्तर से भेजा जायेगा. वहीं, शहर के बाकी चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पोस्ट बन रहा है.
वहीं, सदर चाईबासा के एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने कहा कि शहर में ट्रैफिक थाना की स्थापना को लेकर मेरे द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव एसपी महोदय को दे दिया गया है. उनके माध्यम से ही इसे राज्य सरकार को आगे बढ़ाया जायेगा. शहर में ट्रैफिक कंट्रोल की दिशा में बेहतर कार्य हो रहा है.
Posted By : Samir Ranjan.