उत्तर बिहार में बाढ़ और भारी बारिश से कई जिलों में जनजीवन बेहाल हो गया है. मुजफ्फरपुर जिले में भी बाढ़ नये इलाकों में प्रवेश कर रहा है. जिले के आठ प्रखंड के 35 पंचायत बाढ़ से घिर गये है. शहरी इलाकों में भी नाव का परिचालन शुरू हो गया है. अहियापुर थाना क्षेत्र के शिवराहा वासुदेव गांव में घास काटने जा रही चार सगी बहनों में तीन की डूबने से मौत हो गयी. वहीं सुगौली के छपरा बहास स्थित सुगौली-छपरा बहास मुख्य मार्ग पर अंग्रेज जमाने का बना पुल ध्वस्त हो गया.
पश्चिम चंपारण में भारी बारिश की वजह से बेतिया शहर जलमग्न हो गया है. डीएम आवास का परिसर, कलेक्ट्रेट परिसर समेत कई महत्वपूर्ण स्थानों पर जल जमाव हो गया है. पूर्वी चंपारण के सुगौली के छपरा बहास स्थित सुगौली-छपरा बहास मुख्य मार्ग पर बना पुल गुरुवार की शाम अचानक बाढ़ के पानी में गिर गया. यह पुल अंग्रेजी राज में बना था, जिस पर पूर्वी व पश्चिम चंपारण के साथ ही नेपाल तक से गाड़ियां आती थीं. अगर यह पुल दिन में गिरा होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था.
पुल टूटने से दोनों तरफ से कई किमी तक लंबा जाम लग गया. इस संबंध में बीडीओ सरोज कुमार रजक ने बताया कि अधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी है. संबंधित विभाग को लिखा जा रहा है.
वहीं रामनगर में मसान नदी में गुरुवार की दोपहर बाद आयी बाढ़ के कारण इमरिती कटहरवा गांव के करीब बांध टूट गया है. बाढ़ नियंत्रण व जल निस्सरण विभाग के कनीय अभियंता रमेश प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि मिली सूचना के आधार पर फ्लड फाइटिंग के अधिकारियों का दल मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर बचाव कार्य करेगा.
बताया जाता है कि दोन नहर के भी बांध को क्षति पहुंचाते हुए पानी गांव के निकट रामरेखा नदी में गिर रहा है. रामनगर सीओ विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि बगहा एसडीएम शेखर आनंद कनीय अभियंता तथा रामनगर के पुलिस कटाव स्थल पर पहुंच गयी हैं और कटाव रोधी कार्य किया जा रहा है.
Posted By: Thakur Shaktilochan