मोतिहारी. जन्म का कोई समय निर्धारित नहीं है. इसका उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला. जब चंपारण में चलती ट्रेन में एक बच्चे का जन्म हुआ. पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर मंडल के नरकटियागंज- बेतिया स्टेशन के बीच महिला ने चलती सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में एक बच्चे को जन्म दिया. रेल कर्मी और सहयात्री महिलाओं के सहयोग से सुरक्षित डिलिवरी करायी गयी. जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
जांच के बाद एम्बुलेंस से जच्चा – बच्चा को भेजा गया घर
रेलवे प्रशासन ने महिला का प्रसव कराने में काफी तत्परता दिखायी. कंट्रोल रूम द्वारा मिली सूचना पर बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पर सप्तक्रांति एक्सप्रेस के पहुंचते ही स्टेशन अधीक्षक दिलीप कुमार सिंह की देखरेख में जच्चा-बच्चा को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी गयी. तत्क्षण रेलवे अस्पताल कर्मी व रेडक्रॉस वाॅलंटियर की मदद से जच्चा-बच्चा दोनों को बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में चिकित्सीय टीम ने जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की जांच की. दोनों के इलाज के बाद एंबुलेंस द्वारा अस्पताल से उनके घर मुजफ्फरपुर जिले के औराई भेज दिया गया.
चनपटिया स्टेशन पहुंचने के दौरान महिला ने बच्ची को दिया जन्म
जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जिला के औराई प्रखंड के भद्दई गांव निवासी सुनील कुमार और उनकी पत्नी काजल कुमारी दिल्ली के आनंद बिहार टर्मिनल से मुजफ्फरपुर जाने वाली डाउन सप्तक्रांति एक्सप्रेस से अपने घर जा रहे थे. इस दौरान ट्रेन यूपी से निकल कर बिहार में प्रवेश कर गयी थी. ट्रेन के गार्ड की बोगी से सटी जनरल बोगी में सफर कर रही काजल को बगहा स्टेशन के पास से प्रसव पीड़ा होने लगी. ट्रेन के चनपटिया स्टेशन पहुंचने के दौरान काजल ने एक बच्चे को जन्म दे दिया. बच्चे की किलकारी गुंजते ही ट्रेन में यात्री खुशी से झूम उठे.