Bihar News: बदलते मौसम व प्रदूषण के बीच सदर अस्पताल व निजी क्लिनिक के ओपीडी में बदन दर्द, बुखार, सांस संबंधित रोगियों की संख्या बढ़ रही है. इन रोगियों में सांस के साथ जोड़ों में दर्द की बात भी सामने आयी है. चिकित्सकों की माने तो अगर प्रदूषण की समस्या आगे भी जारी रही, तो इस वातावरण में रहने से गठिया, आटोइम्यून बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. चिकित्सकों ने सांस से परेशान लोगों के लिए इनहेलर रखने व मास्क पहनने की सलाह दी है. शहर के फीजिशियन डॉ डी नाथ, डॉ टीपी सिंह ने बताया कि बुखार व जोड़ों में दर्द तथा सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ी है. हवा की गुणवत्ता खराब होना और बदलता मौसम भी इसका एक कारण है. जिन्हें पहले सांस संबंधित कोई समस्या नहीं थी, वे भी इन दिनों सांस व सर दर्द से परेशान है. किसी एक घर में बुखार होने पर पूरे परिवार में बुखार की संभवना बढ़ जा रही है.
पिछले एक सप्ताह के दौरान विभिन्न श्रोतों व बेवसाइट से मिली जानकारी के अनुसार मोतिहारी शहर व आसपास के अनुमंडल मुख्यालयों का एक्यूआई लगातार घट-बढ़ रहा है. बतादें कि शनिवार को 350 तक मोतिहारी का एक्यूआई पहुंच गया था. जो मंगलवार को 250 के आसपास था. वहीं, रविवार को 310 आंका गया था. ढाका, रक्सौल, चकिया, अरेराज, सुगौली समेत अन्य जगहों पर एक्यूआई 200 से ऊपर रहा. चिकित्सकों के अनुसार 100 से 150 तक एक्यूआई सामान्य माना जाता है. 200 से ऊपर जाने पर खतरनाक हो जाता है. ऐसे में सावधानी बरतने की जरुरत होती है.
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1- प्रदूषण स्तर अधिक होने पर पार्क में टहलने या दौड़ने न जाए
2- बेहतर गुणवत्ता के मास्क का इस्तेमाल जरूर करें
3- तरल पदार्थ लेते रहे और खुद को डिहाइड्रेट न होने दें
4- जरुरी न हो तो सुबह-शाम बाहर निकलने से परहेज करें
05- एक्यूआई इंडेक्स 200 से अधिक होने पर खेल से परहेज करें
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सीढ़ियां चढ़ने या तेज चलने पर खासी का शुरू हो जाना
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हंसने या गुस्सा होने पर अचानक खांसी का आ जाना
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सांस लेने में दिक्कत और सीटी जैसी भारी आवाज आना
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नाक बजना, छाती में खिचाव, सांस लेने में परेशानी व जोड़ों में दर्द