पटना. राज्य के 11 जिलों में हुई भारी बारिश से उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने लगीं. बारिश इसी तरह होती रही, तो बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है. उधर, गंडक का पानी बेतिया कलेक्ट्रिएट में घुस गया. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम चंपारण, सुपौली, मधुबनी, शिवहर, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, किशनगंज, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में भारी बारिश दर्ज की गयी.
मौसम विभाग के मुताबिक आधा दर्जन स्थान ऐसे रहे, जहां 150 से लेकर 210 मिलीमीटर बारिश 24 घंटे में दर्ज की गयी है. 17 जिलों में 35 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई. वहीं, आइएमडी, पटना ने अलर्ट किया है कि उत्तर बिहार में मध्यम से भारी बारिश लगातार जारी रहेगी.
उत्तर बिहार में जहां भारी बारिश दर्ज की गयी वहीं दक्षिण बिहार में ऊमस से लोग परेशान रहे. उधर, मुजफ्फरपुर के औराई से खबर है कि बागमती में शुक्रवार को उफान जारी रहा. नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से बभनगामवां पश्चिमी, मधुबन प्रताप, महुआरा, चैनपुर, बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द समेत एक दर्जन गांवों के सैकड़ों परिवारों के घरों में पानी घुस गया.
उत्तर बिहार सहित नेपाल के कैचमेंट एरिया में जबरदस्त बारिश के चलते गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा और कमला बलान का जलस्तर कई जगह खतरे के निशान से ऊपर चला गया. वहीं, गंगा, कोसी, पुनपुन, सोन, महानंदा के जल स्तर में अधिकतर स्थानों पर कमी का रुख था.
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी गोपालगंज जिले के डुमरियाघाट पर खतरे के निशान से 53 सेंमी ऊपर बह रही थी. इसे बढ़ने का रुख था. बूढ़ी गंडक नदी समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में 23 सेंमी, बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के रुन्नीसैदपुर में 1.22 मीटर और बेनीबाद में 57 सेंमी ऊपर बह रही थी. अधवारा, कमला बलान खतरे के निशान से करीब ऊपर थीं.
Posted by Ashish Jha