चतरा : अवैध बालू रोकथाम को लेकर वन विभाग इन दिनों काफी सक्रिय हो गया है. नदियों से अवैध बालू उत्खनन पर रोक लगाने को लेकर विभाग लगातार कार्रवाई कर रही है. रेंजर मुक्ति प्रकाश पन्ना के निर्देश पर वनकर्मियों ने रविवार को किसनपुर के बघतलवा नदी के पास जंगल मे बने अवैध रास्तों को काट दिया.
वन विभाग के बदले तेवर से बालू माफियाओं में हड़कंप मचा है. जानकारी के अनुसार बघलतवा नदी में उच्च कोटि के बालू होने के कारण लोगों की पहली पसंद बनी हुई थी. एक दिन पूर्व सराढु के बिचली नदी के पास अवैध रास्तों को काटकर बंद कर दिया था. रेंजर मुक्ति प्रकाश पन्ना ने कहा कि शीघ्र ही उन सभी रास्तों को भी जेसीबी से काट दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद ढुलाई करते ट्रैक्टर पाये जायेंगे, तो कार्रवाई की जायेगी.
इटखोरी. प्रशासनिक सख्ती के बाद भी प्रखंड में बालू का गोरखधंधा बदस्तूर जारी है. रात के अंधेरे में मोहाने नदी के नगवां ,टोनाटांड़ व प्रेमनगर पनघट के घाटों से बालू खनन किया जा रहा है. सबसे अधिक नगवां व टोनाटांड़ घाट से खनन किया जा रहा है. बालू को बक्सा डैम के पास बिशनापुर जाने वाले रास्ते में डंप किया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रशासनिक सख्ती का लाभ कुछ ट्रैक्टर मालिक उठा रहे हैं.
मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. बालू के जरूरतमंद लोगों से तीन हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर वसूलते हैं. वर्तमान समय में बालू ढुलाई का मुख्य मार्ग नगवां बक्सा डैम व कानूनीयामाइ प्रेमनगर का मार्ग सुरक्षित माना जा रहा है. ट्रैक्टर मालिक ढुलाई के दौरान अपने ट्रैक्टरों का स्कॉट कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाते हैं. इनकी निगाह थाना व सीओ आवास पर अधिक रहती है. दोनों स्थानों की रेकी कर ट्रैक्टर पार करते हैं.