Jharkhand News, चतरा न्यूज : झारखंड में कोरोना के बढ़ने संक्रमण पर काबू पाने के लिए लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के कारण एक तरफ लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं, वहीं दूसरी ओर भीषण गर्मी में बिजली की आंख मिचौली से चतरा जिले के हंटरगंज के लोग बेहद परेशान हैं. तमाम प्रयास के बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों की बेफिक्री देखिए. पावर ग्रिड के ऑपरेटर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक उपभोक्ताओं के फोन रिसीव तक नहीं करते. इधर, बिजली विभाग के एसडीओ का रवैया भी ठीक नहीं है. हालत ये है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण बिजली बिल का नियमित भुगतान करने वाले उपभोक्ता भी बिजली की समस्या से परेशान हैं. इतना ही नहीं, बच्चों को ऑनलाइन क्लास करना भी मुश्किल हो रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार हंटरगंज के डुमरी स्थित पावर ग्रिड में बिजली उपलब्ध रहते हुए भी हंटरगंज के शहरी इलाकों में बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पावर ग्रिड के ऑपरेटर की मनमानी से लोग परेशान हैं. वह न तो किसी का आग्रह सुनता है, न ही बिजली आपूर्ति में सुधार को लेकर कोई प्रयास करता है. शहरी इलाके के लोग ऑपरेटर का कारगुजारी से त्रस्त हैं.
हंटरगंज के बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि देहाती क्षेत्र में बिजली की सप्लाई ज्यादा की जाती है क्योंकि गांव में 5 से 10 घंटे बिजली दे कर उनसे अवैध राशि वसूली जाती है. बिजली की समस्या को लेकर लगातार बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर से टेलीफोन पर लोग संपर्क करते हैं, लेकिन इनकी भी मनमानी देखिए. वे उपभोक्ताओं का फोन ही रिसीव नहीं करते.
बिजली विभाग के एसडीओ से संपर्क करने पर उन्होंने हंटरगंज उपभोक्ताओं को साफ शब्दों में कहा कि हंटरगंजवासियों को बिजली नहीं मिलेगी क्योंकि यहां लाखों रुपया बकाया है. जब तक बिजली बिल नहीं दिया जायेगा, हंटरगंज को बिजली नहीं मिलेगी. वहीं हंटरगंज के बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि जो व्यक्ति बिजली बिल भुगतान कर चुका है, उसे तो समय पर बिजली मिलनी चाहिए. बकाया बिजली का भुगतान कराना यह तो बिजली विभाग का काम है. बिजली नहीं मिली, तो मजबूरन वे आंदोलन करने पर बाध्य होंगे. हंटरगंज में बिजली की समस्या को लेकर जहां बच्चों को ऑनलाइन क्लास करना मुश्किल हो रहा है, वहीं अन्य कई कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra