मन में कुछ करने का जज्बा हो, तो राह आसान हो जाती है. कुछ यही कर दिखाया ईचाकखुर्द गांव के प्रगतिशील किसान गणेश दांगी ने. पांच एकड़ बंजर भूमि में टमाटर की खेती कर वे किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गये हैं. कड़ी मेहनत कर गणेश ने बंजर पड़ी भूमि में फसल उगा कर पहचान बनायी है.
इसके अलावा दो एकड़ में प्याज, एक एकड़ में गन्ना व दो एकड़ में गेहूं, चना, मिर्चा, बोदी, झींगी, परोर आदि फसल लगायी है. गणेश ने एमए व बीएड की पढ़ाई कर खेती करना शुरू किया. खेती करने की प्रेरणा अपने पिता शंकर दांगी व आसपास के किसानों से मिली. खेती से अच्छी आमदनी कर रहे हैं. बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं.
वर्तमान में वह बानासाड़ी पैक्स के अध्यक्ष भी हैं. इतना ही नहीं, गणेश गांव के 35 बेरोजगारों को रोजगार दे रहे हैं. गांव में ही रोजगार मिलने से युवक काफी खुश हैं. पहले रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेश जाते थे. गणेश से प्रेरित होकर गांव के अन्य किसान भी बंजर भूमि को सिंचित कर फसल उगा रहे हैं.
किसान गणेश ने कहा कि कई वर्षों से जमीन बंजर पड़ी थी. उक्त भूमि को हरा भरा करने को ठाना और खेती करना शुरू किया. टमाटर की अच्छी फसल हुई, तो पांच से छह लाख रुपये की आमदनी होगी. एक माह के अंदर टमाटर निकलना शुरू हो जायेगा. कहा कि पढ़ाई करने के बाद खेती करना शुरू किया. खेती में परिवार के सदस्य भी सहयोग करते हैं.