भाकपा माओवादी के बंद का पहले दिन शुक्रवार को जिले में मिला जुला असर रहा. लंबी दूरी की बसें नहीं चली, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई. सरकारी बस स्टैंड में बसे खड़ी रहीं. दूसरे शहर में जाने के लिए यात्री स्टैंड पहुंचे, लेकिन यात्री बस नहीं चलने की बात सुन कर लौट गये.
हालांकि छोटे वाहनों व कुछ बसों का परिचालन जारी रहा. दुकानें खुली रही. माओवादी बंदी को लेकर पुलिस सक्रिय रही और दिनभर गश्त लगाती रही. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बंद का असर देखने को मिला. माओवादियों ने लावालौंग के नौडीहा में मारे गये पांच शीर्ष साथियों के खिलाफ दो दिन बंद किया है. माओवादियों ने उक्त मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ बताया है. साथ ही बंदी का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.