Jharkhand Naxal News: चतरा-पलामू सीमा स्थित मरगड़हा जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. करीब दो घंटे तक चले मुठभेड़ में दोनों ओर से रूक-रूक कर फायरिंग होती रही. इस दौरान सुरक्षा बलों ने कई सामान बरामद किये. इसके तहत छह स्लिपिंग बैग, 10 तिरपाल, बहुत मात्रा में दवाई और इंजेक्शन, पिट्ठू बैग, रेडियो और दैनिक उपयोग के समान को बरामद किया है.
इनामी नक्सली के जमा होने की मिली थी जानकारी
एसपी राकेश रंजन ने बताया कि सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के सैक सदस्य गौतम पासवान, रिजनल कमांडर नवीन यादव और 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर मनोहर गंझू किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम देने के लिए 20 से 25 की संख्या में कुंदा और लावालौंग के जंगली क्षेत्र में एकत्रित हुए हैं. पुलिस को मिली सूचना के आधार पर एक टीम का गठन किया गया. जिसमें चतरा पुलिस, कोबरा 203, सीआरपीएफ 190/22 शामिल किया गया. अभियान दल जैसे ही मरगड़हा जंगल पहुंचे, पुलिस को अपनी ओर आते देख नक्सली पुलिस पर फायरिंग करने लगी. पुलिस बल द्वारा जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. भाकपा माओवादी जंगल का लाभ उठाकर जंगल की ओर भाग निकले. माओवादी कैंप को सुरक्षा बलोंं ने नष्ट कर दिया. कैंप से कई समान बरामद किया गया.
Also Read: PHOTOS: झारखंड के इस गांव में कभी तैयार होते थे सूती कपड़े, आज हाशिये पर हथकरघा उद्योग
झारखंड को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का सरकार का संकल्प
एसपी ने कहा कि सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प लिया है. इसी के आधार पर नक्सलियों के खिलाफ लगातार चौतरफा कार्रवाई की जा रही है. इसी के तहत पुलिस को नक्सली संगठन के खिलाफ लगातार सफलताएं मिल रही है. कहा कि नक्सली झारखंड पुलिस के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति नयी दिशा का लाभ लेकर मुख्यधारा से जुड़े, अन्यथा कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. इधर, टीम में 203 कोबरा बटालियन के सहायक समादेष्टा संतोष कुमार, शिरल निखिल, सीआरपीएफ 190 बटालियन के सहायक समादेष्टा चौधरी कलीमउल्लाह, 22 बटालियन के दुर्गेश कुमार, लावालौंग थाना के एसआई रोहित साव, प्रतापपुर के नितायचंद्र साहा व सिमरिया के शशिकांत साहु शामिल थे.