नीदरलैंड ने क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में मंगलवार को जो कारनामा किया, उससे हर कोई हैरान है. नीदरलैंड ने दुनिया की तीसरे नंबर की टीम दक्षिण अफ्रीका को 38 रनों से हराकर बड़ा उलटफेर किया है. वर्ल्ड कप मुकाबले में नीदरलैंड ने 16 साल के बाद यह जीत दर्ज की है. दक्षिण अफ्रीका के लिए यह किसी सहयोगी देश के खिलाफ उनकी पहली हार है. इस साल के टूर्नामेंट में पहला बड़ा उलटफेर अफगानिस्तान ने पिछली बार के चैंपियन इंग्लैंड को हराकर किया. पिछले दो संस्करणों में चूकने के बाद क्वालीफायर में श्रीलंका के बाद दूसरे स्थान पर रहकर 2023 विश्व कप में जगह बनाने वाले नीदरलैंड ने मंगलवार को अपनी तीसरी विश्व कप जीत हासिल की. इससे पहले डच टीम ने 2007 में स्कॉटलैंड को आठ विकेट से हराया था. इससे पहले 2003 में नामीबिया को हराकर नीदरलैंड ने अपनी पहली विश्व कप जीत हासिल की थी. आइए जानते हैं कि नीदरलैंड ने यह कमाल किया कैसे?
स्कॉट की एक कप्तानी पारी
टॉस के तुरंत बाद रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण मैच काफी विलंब से शुरू हुआ. एक पारी 43 ओवर का कर दिया गया. बादल छाए रहने और पहाड़ी हवा में अतिरिक्त ठंड के बीच नीदरलैंड को टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी. दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा, मार्को जानसन और लुंगी एनगिडी को पिच से मदद मिली और नियमित अंतराल पर नीदरलैंड के विकेट गिरते रहे. लेकिन डेथ ओवरों में नीदरलैंड्स ने अपने कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स से प्रेरित होकर अंतिम 10 ओवरों में सिर्फ एक विकेट के नुकसान पर 105 रन बनाए. यह पहला टर्निंग प्वाइंट था. टीम ने 245 का सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर दिया था. एडवर्ड्स ने 69 गेंद पर 78 रन की पारी खेली.
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डेथ ओवरों में दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज फेल
दक्षिण अफ्रीका के स्पिन गेंदबाज केशव महाराज ने 34वें ओवर की पांचवीं गेंद पर वान बीक को आउट कर दिया. बीक 10 रन बनाकर आउट हो गए. यह नीदरलैड का सातवां विकेट था. उस समय टीम का कुल स्कोर 140 रन था. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने पुछल्ले बल्लेबाजों को हल्के में लिया और उनकी धार कुंद पड़ने लगी. नतीजा यह हुआ कि 10 से भी कम ओवर में 100 से ज्यादा रन बने. कप्तान नाबाद रहे और आर्यन दत्त ने आखिरी में नौ गेंद पर तीन छक्के जड़कर टीम के कुल स्कोर को 245 तक पहुंचा दिया.
दक्षिण अफ्रीका की फ्लॉप बल्लेबाजी
नीदरलैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुई. अपने पहले मुकाबले में इस टीम ने श्रीलंका के खिलाफ 400 से ज्यादा स्कोर बनाया था. सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक शतकवीर थे. अपने दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने मजबूत ऑस्ट्रेलिया के सामने 311 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया. इसके भी डिकॉक ने शतक जड़ा था. उस मुकाबले में प्रोटीज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को 177 के स्कोर पर ही समेट दिया था. लेकिन मंगलवार को कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक नहीं बना सका. केवल डेविड मिलर लड़ते दिखे और उन्होंने 52 गेंद पर 43 रनों की पारी खेली. हालांकि उन्हें एक जीवनदान भी मिला.
नीदरलैंड की शानदार फिल्डिंग
नीदरलैंड के खिलाड़ियों ने अपनी फिल्डिंग से सभी को चौंका दिया. कई असंभव से लग रहे कैच पकड़े गए. हर मोर्चे पर तैनात खिलाड़ी अपना सौ फीसदी दे रहे थे. शुरू से ही उनका क्षेत्ररक्षण देखकर लग रहा था कि वे जीतने के लिए ही खेल रहे हैं. एक-दो मौकों को छोड़कर सभी ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया. ऐसा ही एक मौका डेविड मिलर का कैच छूटना था. कप्तान स्कॉट ने विकेट के पीछे तीन कैच पकड़े. केवल कैच ही नहीं नीदरलैंड के खिलाड़ियों ने अपनी टीम के लिए कई रन भी बचाए. आलम यह था कि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को एक-एक रन के लिए तरसना पड़ रहा था. जहां दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने अतिरिक्त के रूप में 31 रन लुटाए, वहीं डच गेंदबाजों ने केवल 8 अतिरिक्त रन दिए. देखा जाए तो अतिरिक्त रन दक्षिण अफ्रीका की हार का एक अहम वजह बना.