अफगानिस्तान के खिलाफ मंगलवार को ग्लेन मैक्सवेल की पारी हर किसी को लंबे समय तक याद रहेगा. क्रिकेट विश्व कप 2023 के मैच में मंगलवार को ग्लेन मैक्सवेल ने अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान पर जीत दिला दी. ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने नाबाद 201 रनों की शानदार पारी खेली. चोट से जूझते हुए उन्होंने बिना पैर हिलाए कई ऐसे बड़े शॉट लगाए, जिसने सभी को हैरान कर दिया. इससे भी बड़ी हैरानी की बात यह है कि अपने आखिरी मुकाबले में इंग्लैंड का सामना करने से पहले पाकिस्तानी बल्लेबाज नेट पर इसी प्रकार के शॉट की प्रैक्टिस करते दिखे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
मैक्सवेल ने अकेले दिलाई जीत
अफगानिस्तान पर इस जीत ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सेमीफाइनल में जगह भी पक्की कर दी. 91 रन पर 7 विकेट पर गिरने के बाद मैक्सवेल ने जिम्मा अपने कंधों पर लिया और उनका भरपूर साथ कप्तान पैट कमिंस ने दिया. कमिंस मैक्सवेल को स्ट्राइक देते रहे और मैक्सवेल गेंद को बाउंड्री के पार भेजते रहे. पैरों में तकलीफ हो जाने के बाद भी मैक्सवेल ने बिना फुटवर्क के कई शानदार शॉट खेले.
हारी हुई बाजी जीताई
292 रनों का पीछा करते हुए एक समय ऑस्ट्रेलिया पूरी तरह पिछड़ चुकी थी, लेकिन मैक्सवेल ने पासा पलट दिया. पावर-हिटर को अपनी मैराथन पारी के दौरान पैरों में ऐंठन से जूझना पड़ा. मैक्सवेल ने ‘नो फुटवर्क’ शॉट्स खेले जो काफी पसंद किया जा रहा है. इंग्लैंड के खिलाफ क्रिकेट विश्व कप 2023 के मुकाबले से पहले, शादाब खान और हारिस रऊफ जैसे पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने नेट सत्र के दौरान ‘नो फुटवर्क’ शॉट मारने की कोशिश की.
Also Read: World Cup 2023: इन पांच खिलाड़ियों का है सबसे शानदार स्ट्राइक रेट, सूची में मैक्सवेल टॉप पर
वीडियो वायरल
वीडियो को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने इंस्टाग्राम पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया, ‘हर कोई मैक्सी जैसा बनना चाहता है.’ ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान खेल के बारे में बात करें तो ऑलराउंडर मैक्सवेल को 33 रन पर बड़ा जीवनदान मिला. जब मुजीब उर रहमान ने साथी स्पिनर नूर अहमद की गेंद पर शॉर्ट फाइन लेग पर उनका एक आसान कैच टपका दिया. यह अफगानिस्तान को काफी महंगा पड़ा.
ऑस्ट्रेलिया इस जीत से सेमीफाइनल में
मैक्सवेल ने लगभग तीन ओवर शेष रहते हुए मुजीब पर एक जोरदार छक्का लगाकर मैच को शानदार तरीके से समाप्त किया. 35 वर्षीय खिलाड़ी का सर्वोच्च एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय स्कोर 136 मैचों में उनका चौथा शतक था, मैक्सवेल ने नीदरलैंड के खिलाफ पिछले मुकाबले में केवल 40 गेंदों पर पुरुष विश्व कप इतिहास में सबसे तेज शतक भी जड़ा था, जो विश्व कप का उनका पहला शतक था.