रविवार को टीम इंडिया को दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में भारत को छह विकेट से हरा दिया. इस हार ने करोड़ों भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया. टीम इंडिया की इस हार के बाद खिलाड़ियों की काफी आलोचना हो रही है. कई पूर्व क्रिकेटर्स भी रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ के कुछ फैसलों को लेकर एक मत नहीं हैं. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम और टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर एक मामले में एकमत हैं. उन्हें रोहित शर्मा के एक फैसले ने हैरान किया है. दोनों सूर्यकुमार यादव के 7 नंबर पर बैटिंग को लेकर हैरान हैं.
गौतम गंभीर ने कही यह बात
वसीम अकरम और गौतम गंभीर का मानना है कि रोहित शर्मा को नंबर छह पर बल्लेबाजी के लिए सूर्यकुमार यादव को भेजना चाहिए था. मैच में पैट कमिंस ने विराट कोहली का बेशकीमती विकेट चटकाकर अहमदाबाद की भीड़ को शांत कर दिया. सूर्यकुमार यादव को नंबर 6 पर आना था. पूरी प्रतियोगिता में भारत के लिए लाइन-अप यही था. लेकिन टीम प्रबंधन ने सूर्यकुमार से आगे रवींद्र जडेजा को तरजीह दी. यह फैसला अकरम और गंभीर को सही नहीं लगा.
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हार्दिक की जगह सूर्यकुमार को टीम में मिली थी जगह
हार्दिक पांडया के चोट के कारण टीम से बाहर होने के बाद से विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में सूर्यकुमार यादव को टीम प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया. फिर फाइनल जैसे महत्वपूर्ण मैच में उनके आगे रवींद्र जडेजा को क्यों भेजा गया. स्पोर्ट्सकीड़ा पर बात करते हुए गंभीर और अकरम ने स्वीकार किया कि वे दोनों इस कदम से हैरान रह गए थे. गंभीर ने कहा कि मुझे यह समझ नहीं आया कि जडेजा को सूर्यकुमार यादव से पहले क्यों भेजा गया. यह मेरे लिए कहीं से भी सही फैसला नहीं था.
वसीम अकरम रह गए हैरान
अकरम ने कहा कि मेरा मतलब है कि वह वहां पूरी तरह से एक बल्लेबाज के रूप में खेल रहा है. अगर हार्दिक लाइन-अप में होते तो मैं इस कदम को समझ सकता था. भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने आगे सवाल किया कि क्या टीम प्रबंधन वनडे क्रिकेट में नंबर 6 बल्लेबाज के रूप में सूर्यकुमार की क्षमताओं के बारे में कभी आश्वस्त था. गंभीर को यह भी लगता है कि अगर सूर्यकुमार को नंबर 6 पर भेजा जाता तो उन्हें यह जानते हुए कि लाइन-अप में कोई बल्लेबाज नहीं बचा है, रक्षात्मक मोड पर जाने के बजाय अपने प्राकृतिक आक्रामक क्रिकेट खेलने में मदद मिलती.
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सूर्यकुमार को कोई दोष नहीं
गंभीर ने कहा कि कल्पना कीजिए कि अगर केएल राहुल क्रीज पर सेट थे तो सूर्यकुमार को भेजा जाता और कहा जाता कि वह अपना आक्रामक खेल दिखा सकते हैं. तब यह हो सकता था. क्योंकि सूर्या को पता होता कि उनके बाद जडेजा बल्लेबाजी लाइनअप में हैं. लेकिन जडेजा का विकेट गंवाने के बाद सूर्या स्वभाविक रूप से दबाव में आए होंगे और वह अपना क्रिकेट नहीं खेल पाए. किसी विशेषज्ञ के लिए यह कहना बहुत आसान है कि सूर्यकुमार ने संघर्ष किया. लेकिन खिलाड़ी की मानसिकता यह है कि अगर वह आउट हो गया तो अगले बल्लेबाज मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, सिराज और कुलदीप होंगे. अगर उन्हें पता होता कि अगला बल्लेबाज जडेजा है तो उनकी मानसिकता अलग होती. अगर आपको नंबर 6 पर सूर्यकुमार पर भरोसा नहीं था तो आपको किसी और को चुनना चाहिए था.