एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी करने वाले केएल राहुल ने मैच के बाद कहा कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिलने की पूरी उम्मीद थी और उन्होंने एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर अच्छा खेल दिखाने की कोशिश की. राहुल ने चोट ने बाद अच्छी वापसी की है और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में शतक जड़ा था.
राहुल ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार के मैच में वापसी की और नाबाद 111 रन बनाए. यह मार्च के बाद भारत की तरफ से उनका पहला मैच था. इसके बाद उन्होंने विकेटकीपर का जिम्मा भी संभाला. श्रीलंका के खिलाफ अगले मैच में भी उन्होंने दोनों भूमिकाएं बखूबी निभाई. राहुल ने भारत की श्रीलंका के खिलाफ 41 रन की जीत के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं पिछले दो मैचों में अपने प्रदर्शन से खुश हूं. शुरू में मैं थोड़ा नर्वस था लेकिन कुछ गेंदों का सामना करने के बाद मैं अच्छा महसूस करने लगा था.
राहुल ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन के दौरान कड़ी मेहनत की थी जिससे उन्हें सफल वापसी करने में मदद मिली. उन्होंने कहा, मैं सोच रहा था कि मुझे अंतिम एकादश में जगह मिल जाएगी और मैंने उसी तरह से तैयारी की थी। मुझे पूरा विश्वास था कि मैं टीम की तरफ से अपनी भूमिकाओं को अच्छी तरह से निभा सकता हूं. केएल राहुल को टीम प्रबंधन ने स्पष्ट तौर पर बता दिया था कि उन्हें मध्यक्रम के बल्लेबाज के साथ ही विकेटकीपर की भूमिका भी निभानी होगी. राहुल ने कहा,टीम प्रबंधन ने मुझे मेरी भूमिकाओं के बारे में बता दिया था कि मुझे मध्यक्रम में बल्लेबाजी करनी होगी और विकेटकीपर की भूमिका भी निभानी होगी.
राहुल ने कहा कि टीम प्रबंधन के स्पष्ट संदेश के बाद उन्होंने एनसीए में विकेटकीपिंग का भी पर्याप्त अभ्यास किया था. उन्होंने कहा, मैं पिछले दो वर्षों से विकेटकीपर की भूमिका निभा रहा हूं. इसलिए मेरे लिए यह नई चीज नहीं है. मैंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विकेटकीपिंग शुरू की थी जब ऋषभ पंत चोटिल हो गए थे. एनसीए में कोच के साथ मैंने अपनी विकेटकीपिंग पर भी काम किया था. उम्मीद है कि मैं अपनी दोनों भूमिकाओं को अच्छी तरह से निभाता रहूंगा.
राहुल ने इस साल वनडे में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले कुलदीप यादव की प्रशंसा भी की जिन्होंने अपनी तकनीक में कुछ बदलाव के बाद बेहतर गेंदबाज के रूप में वापसी की है. राहुल ने कहा, मैं वास्तव में उसकी गेंदबाजी का पूरा आनंद ले रहा हूं. उसने अपनी गेंदबाजी में कुछ बदलाव किए हैं जिससे उसको अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. हम खेल के बीच में बल्लेबाज को आउट करने की रणनीति को लेकर बात करते रहते हैं. पिछले दोनों मैचों में उसकी लय भी शानदार थी.
श्रीलंका की टीम को मंगलवार को शिकस्त देने के बाद भारत ने फाइनल में अपनी जगह बना ली है. कुलदीप यादव की अगुवाई में गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. खुद कुलदीप यादव ने विरोधी टीम के चार विकेट चटकाए. कुलदीप ने 9.3 ओवर में 43 रन देकर चार विकेट लिये जबकि रविंद्र जडेजा ने 10 ओवर में 33 रन पर दो विकेट चटकाए. जसप्रीत बुमराह ने दो तो वही मोहम्मद सिराज और हार्दिक पंड्या को एक-एक सफलता मिली. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.1 ओवर में 213 रन बनाने के बाद श्रीलंका की पारी को 41.3 ओवर में 172 रन पर समेट दी. इसके साथ ही एकदिवसीय में श्रीलंका को लगातार 13 जीत के बाद हार का स्वाद चखना पड़ा. श्रीलंका के लिए दुनिथ वेलालगे का हरफनमौला खेल काफी साबित नहीं हुआ. मैन ऑफ द मैच वेलालगे ने पांच विकेट चटकाने के बाद नाबद 42 रन की पारी खेली. श्रीलंका ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 99 रन तक छह विकेट गंवा दिये थे लेकिन वेलालगे और धनंजय डिसिल्वा (41) ने 75 गेंद में 63 रन की साझेदारी कर टीम के लिए उम्मीदें बनाये रखी लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद भारत को ज्यादा परेशानी नहीं हुई.
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