दिनेश कार्तिक वर्तमान में मुंबई में दोस्त और संरक्षक अभिषेक नायर के मार्गदर्शन में टी-20 प्रारूप के लिए अपने कौशल को निखारने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. वह ऐसा इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि आईपीएल की नीलामी नजदीक है. बल्कि उनकी योजना टीम इंडिया में वापसी की है. कार्तिक को आखिरी बार 2019 में एकदिवसीय विश्व कप सेमीफाइनल में भारत के लिए खेले थे.
दिनेश कार्तिक खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सबसे छोटे प्रारूप में राष्ट्रीय टीम में वापसी की उम्मीद लगाये बैठे हैं. कार्तिक का कहना है कि भारत के लिए खेलने की प्रेरणा हमेशा की तरह मजबूत है. वह चाहते हैं कि उनके छह महीने के जुड़वां लड़के उन्हें कुछ साल बाद उच्चतम स्तर पर खेलते हुए देखें. आईपीएल में दिनेश कार्तिक बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं.
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कार्तिक ने पीटीआई से कहा कि टी-20 मेरे लिए शुरुआती बिंदु होगा. जाहिर है कि आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते हैं और आपको अपना कौशल दिखाने का मौका मिलता है. मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में मैं कोशिश करता हूं और प्रभाव पैदा कर सकता हूं. एक दुर्भाग्यपूर्ण विश्व कप अभियान के बाद छोटे प्रारूपों से हटाए जाने से पहले, कार्तिक ने टी-20 में एक फिनिशर के रूप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.
भारत द्वारा सीमित ओवरों के क्रिकेट में मध्यक्रम के लिए खिलाड़ियों को आजमाना जारी रखने के साथ कार्तिक को एक अवसर की उम्मीद अब भी है. कार्तिक ने 36 साल के शिखर धवन और पाकिस्तान के शोएब मलिक और हाल ही में सेवानिवृत्त हुए मोहम्मद हफीज का उदाहरण देते हुए कहा कि उम्र अब चयन का मानदंड नहीं है. यह फॉर्म, फिटनेस और अनुभव के बारे में है.
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उन्होंने कहा कि उम्र निश्चित रूप से वह चीज नहीं है जिसे बहुत सारे सामान्य लोग भारतीय टीम में वापसी के लिए देखते हैं. शिखर धवन दक्षिण अफ्रीका में वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और हम एक ही उम्र के हैं. उनका यह भी मानना है कि सबसे छोटे प्रारूप में खिलाड़ी उम्र के साथ बेहतर होता जाता है. लोग अपने शरीर को समझते हैं, समझते हैं कि वे कितना क्रिकेट खेल सकते हैं.