सिकंदर रजा के शानदार प्रदर्शन से जिम्बाब्वे ने मंगलवार को अपने क्रिकेट विश्व कप ग्रुप ए क्वालीफायर में नीदरलैंड पर छह विकेट से जीत दर्ज की. पहले चार विकेट हासिल करने के बाद सिकंदर ने 54 गेंदों पर नाबाद 102 रनों की मनोरंजक पारी खेली. यह जिम्बाब्वे के किसी खिलाड़ी द्वारा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अब तक का सबसे तेज शतक है. नीदरलैंड ने विक्रमजीत सिंह के 88, कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स के 83 और मैक्स ओ’डॉव के 59 रन की बदौलत छह विकेट पर 315 रन बनाये थे.
साकिब जुल्फिकार ने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में नीदरलैंड के लिए अंत में 34 रनों की पारी खेली. सिकंदर रजा ने गेंद से कमाल किया और अपने 10 ओवरों में 55 रन देकर चार विकेट चटकाये. जिम्बाब्वे जब 316 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो काफी लय में नजर आया. सलामी बल्लेबाज क्रेग एर्विन और जॉयलॉर्ड गुम्बी के क्रमशः 50 और 40 रनों का योगदान देने के बाद सीन विलियम्स ने 58 गेंदों में 91 रन बनाये.
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सिकंदर रजा ने बाद में बल्लेबाजी की कमान संभाली और 54 गेंद पर नाबाद 102 रन बना डाले. उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और आठ छक्के लगाये. उन्होंने शारिज अहमद पर लगातार तीन छक्के लगाये. पाकिस्तान में जन्मे 37 वर्षीय ऑलराउंडर ने कहा कि मैं बस वहां जाना चाहता था, जिसने 55 गेंद शेष रहते जीत को सील कर दिया. मंच पहले से ही सेट था, मैं बस विनम्र रहना चाहता था और हर गेंद का सम्मान करना चाहता था.
ग्रुप ए के दूसरे मैच में नेपाल ने संयुक्त राष्ट्र अमेरिका को 6 विकेट से रौंद डाला. यूएसए ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कराची में जन्मे विकेटकीपर शायन जहांगीर ने नाबाद 100 रन की मदद से 207 रन बनाये. जहांगीर ने अमेरिकी टीम को चार विकेट पर 18 रन पर सिमटने के बाद उबरने में मदद की. सुशांत मोदानी ने 42 और गजानंद सिंह ने 26 रन बनाये. नेपाल की ओर से करण खत्री छेत्री और गुलसन झा ने सात विकेट चटकाये.
बाद में भीम शर्की ने नाबाद 77 रन बनाये, जबकि कुशाल भुरटेल और दीपेंद्र सिंह ऐरी ने 39-39 रनों की पारी खेली, जिससे नेपाल ने 42 गेंद शेष रहते चार विकेट के नुकसान पर 211 रन बनाकर आसानी से जीत गया. अपने शुरुआती खेल में वेस्ट इंडीज से हारने के बाद अमेरिकियों के लिए यह दूसरी हार थी. बता दें कि तीन सप्ताह तक चलने वाले क्वालीफायर में भाग लेने वाली 10 में से केवल दो टीमें भारत में अक्टूबर और नवंबर में खेले जाने वाले विश्व कप में उतरेंगी.