टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर लोकेश राहुल बनाम शुभमन गिल की बहस के बीच कहा कि केएल राहुल को उपकप्तान पद से हटाने के कोई भी मायने नहीं निकाले जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे कुछ भी संकेत नहीं मिलता है और प्रबंधन ‘क्षमता’ वाले खिलाड़ियों का समर्थन करना जारी रखेगा. रोहित और गिल ने मंगलवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र में अगल-बगल वाले नेट पर बल्लेबाजी की जबकि राहुल ने टीम के अधिकांश सदस्यों के साथ होटल में रहने का फैसला किया.
राहुल ने 47 टेस्ट में 33.4 के औसत से रन बनाये है और पिछले काफी समय से फॉम में नहीं है जबकि शुभमन गिल इस दौरान शानदार लय में रहे है और सीमित ओवरों के क्रिकेट में उन्होंने कई बड़ी पारियां खेली हैं. राहुल पिछली 10 टेस्ट पारियों में 25 रन के आंकड़े को पार करने में विफल रहे हैं. दिल्ली में दूसरे टेस्ट के बाद उन्हें उपकप्तान की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया. इससे श्रृंखला के बाकी बचे दो मैचों में अंतिम एकादश में उनकी जगह को लेकर चर्चा शुरू हो गयी.
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रोहित ने हालांकि इस मुद्दे पर कुछ भी खुल कर नहीं कहा. उन्होंने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैंने इसके बारे में पिछले मैच के बाद भी बात की थी। जो खिलाड़ी कठिन दौर से गुजर रहे हैं, उनकी क्षमता को देखते हुए उन्हें खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त समय दिया जायेगा. उन्होंने कहा, उपकप्तान होना या कुछ और होना आपको कुछ नहीं बताता. उस समय वे उपकप्तान थे. उपकप्तान से उन्हें हटाया जाना कुछ भी संकेत नहीं देता.
इस मैच को लेकर गिल और राहुल की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, जहां तक गिल और लोकेश राहुल की बात है तो वे किसी भी मैच से पहले इसी तरह अभ्यास करते हैं. आज पूरे समूह के लिए वैकल्पिक प्रशिक्षण सत्र था. जिसे आना था वो आ गया. कप्तान ने कहा, जहां तक अंतिम एकादश का सवाल है, मैं इसका खुलासा टॉस के समय करना चाहूंगा. मैं इसे इस तरह से पसंद करता हूं क्योंकि आखिरी मिनट में चोट लगने की संभावना होती है. भारतीय टीम चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे है. इस मैच में जीत से टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी जगह पक्की कर लेगी.