दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दर्शकों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान अपने स्थानीय खिलाड़ी विराट कोहली के बल्ले से आये हर रन के लिए तालियां बजाईं. धीमी गति और स्पिन वाली पिच पर विराट ने पहली पारी में 44 रन बनाये और फिर दूसरी पारी में 20 रन बनाये. इस प्रक्रिया में, भारतीय रन मशीन ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
दिल्ली में दूसरे टेस्ट से पहले, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली के नाम 1694 रन थे और उन्हें सहवाग के 1738 रन के आंकड़े को पार करने के लिए 44 रनों की जरूरत थी. विराट ने मैच (44 और 20) में 64 रन बनाये और इस टैली में पूर्व तेजतर्रार बल्लेबाज के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. 34 वर्षीय पूर्व भारतीय कप्तान के अब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 22 टेस्ट में 46.26 की औसत से 1758 रन हैं, जिसमें 7 शतक और 5 अर्द्धशतक शामिल हैं.
भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर 34 टेस्ट में 56.24 की औसत से 3262 रन बनाकर शीर्ष पर हैं, जिसमें 9 शतक और 16 अर्द्धशतक शामिल हैं. वीवीएस लक्ष्मण (29 टेस्ट में 2434 रन) और राहुल द्रविड़ (32 टेस्ट में 2143 रन) अन्य दो क्रिकेटर हैं जिन्होंने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 2000 और उससे अधिक रन बनाये हैं. विराट टेस्ट में भारत के लिए छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने 106 टेस्ट में 48.49 की औसत से 8195 रन बनाये हैं.
विराट दूसरे टेस्ट के दौरान सभी प्रारूपों में 25,000 रन बनाने वाले दुनिया के सबसे तेज और छठे बल्लेबाज भी बन गये हैं. प्रारूपों में 25,000 से अधिक रन बनाने वाले अन्य दिग्गजों में भारतीय आइकन सचिन तेंदुलकर (664 मैचों में 34357), श्रीलंका के कुमार संगकारा (594 मैचों में 28016), और महेला जयवर्धने (652 मैचों में 25957), ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग (560 मैचों में 27483 रन) और दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस (519 मैचों से 25534) शामिल हैं. भारत ने दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया और चार मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त बनाई है. तीसरा टेस्ट एक मार्च से इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जायेगा.