नयी दिल्ली : पिछले इंग्लैंड दौरों के विपरीत, 2021 में टीम इंडिया संतुलन और गेंदबाजी आक्रमण के मामले में काफी बेहतर दिख रही है. 5 मैचों की सीरीज की शुरुआत से ही मेहमान टीम ने सभी विभागों में घरेलू टीम को कड़ी टक्कर दी है. विराट कोहली एंड कंपनी ने नॉटिंघम में जीत का मौका गंवा दिया क्योंकि बारिश ने खेल बिगाड़ दिया. हालांकि, उन्होंने लंदन में वापसी करते हुए दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को लॉर्ड्स में 151 रनों से हराकर श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक भारत ने पूरी यूनिट की तरह खेलते हुए दोनों पारियों में टीम वर्क की बेहतरीन मिसाल पेश की. स्थिति को मजबूत करने के लिए हर खिलाड़ी ने सही समय पर छक्का लगाया. अंतिम दिन जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के बीच नाबाद 89 रन की साझेदारी ने इंग्लैंड के साथ-साथ बाकियों को भी आश्चर्यचकित कर दिया.
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि इंग्लैंड की टीम काफी हद तक जो रूट की पारी पर निर्भर है. द टेलीग्राफ इंडिया के लिए अपने नवीनतम कॉलम में, बल्लेबाजी के दिग्गज ने उल्लेख किया कि तीन और मैचों में मेजबानों को वापसी करने के लिए एक अलौकिक प्रयास करनी पड़ेगी. टीम इंडिया ने इंग्लैंड पर एक बड़ा मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया है.
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उन्होंने कहा कि पांचवें दिन के खेल की शुरुआत में सामान्य सोच यह थी कि इंग्लैंड खेल जीत जायेगा. लेकिन आखिरी दिन की पिच पर उसके लिए 180 रन भी बनाना मुश्किल हो गया. जैसा कि देखा गया कि टीम 121 रन पर आउट हो गयी और बड़े अंतर से हार गयी. उनकी बल्लेबाजी रूट पर इस कदर निर्भर करती है कि अगर वह एक साथ पारी को रोके नहीं रखते हैं तो पारी तेजी से बिखर जाती है.
उन्होंने कहा कि भारत ने इंग्लैंड को एक मनोवैज्ञानिक झटका दिया है और घरेलू टीम को श्रृंखला में वापस आने के लिए एक अलौकिक प्रयास करना होगा. हां, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और चीजें काफी नाटकीय रूप से बदल सकती हैं लेकिन ऐसा होने के लिए यह एक चमत्कार होगा. बता दें कि हेडिंग्ले स्टेडियम में बुधवार से शुरू हो रहे सीरीज के तीसरे टेस्ट में भारत और इंग्लैंड के बीच आमना-सामना होगा.
Posted By: Amlesh Nandan.