India Women vs Australia Women, Pink-Ball Test: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और आखिरी एक दिवसीय मैच में मिली जीत के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब गुरुवार से मेजबान के खिलाफ शुरू हो रहे डे-नाइट टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन कायम रखना चाहेगी. भारतीय महिला टीम पहली बार डे-नाइट टेस्ट खेलने मैदान में उतर रही है. 2006 के बाद भारतीय महिला टीम ऑस्ट्रेलिया को चुनौती देती दिखेगी. मिताली राज की टीम को इस टेस्ट की तैयारी के लिए दो ही सत्र मिले.
वनडे सीरीज में भारत को 1- 2 से पराजय झेलनी पड़ी थी. भारतीय टीम पहली बार गुलाबी गेंद से खेल रही है, लिहाजा खिलाड़ियों को तनिक भी आभास नहीं है कि चमकदार गुलाबी गेंद का क्या असर होगा. भारत और ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी टेस्ट 2006 में खेला था. दोनों टीमों की मौजूदा खिलाड़ियों में सिर्फ मिताली राज और झूलन गोस्वामी ही हैं, जो वह टेस्ट खेल चुकी हैं.वहीं हरमनप्रीत कौर नहीं खेल सकेंगी, हालांकि उन्होंने नेट अभ्यास किया था. मिताली ने कहा कि हरमन के अंगूठे में फील्डिंग के दौरान चोट लगी थी. वह बाहर है. अभी उसकी चोट पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है. वनडे सीरीज में प्रभावी पदार्पण करने वाली तेज गेंदबाज मेघना सिंह, बल्लेबाज यस्तिका भाटिया को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है.
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2017 में महिला क्रिकेट में पहली बार इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच डे-नाइट टेस्ट खेला गया था. 9 से 12 नवंबर तक खेला गया यह मैच ड्रॉ रहा था. गुरुवार से खेला जानेवाले भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह मैच दूसरा डे-नाइट टेस्ट होगा. भारतीय कप्तान मिताली राज ने बुधवार को कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय दौरों पर टेस्ट नियमित रूप से खेला जाता है, तो महिलाओं के घरेलू सर्किट में लाल गेंद से क्रिकेट की वापसी जरूरी है.