एम एस धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को एक आसान मुकाबले में 6 विकेट से हराकर प्वाइंट टेबल में नंबर वन पर पहुंच गयी. विराट कोहली और देवदत पडिक्कल की जोड़ी ने हालांकि अच्छी शुरुआत दी लेकिन टीम के बाकी बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाए.
विराट कोहली और पडिक्कल ने अर्धशतक जड़ा लेकिन इन दोनों का विकेट गिरते ही टीम का स्कोर थम गया. आखिरी पावर प्ले में टीम कोई खास रन नहीं जोड़ पायी और चेन्नई के सामने जीत के जिए 157 रन का लक्ष्य रखा.
अपनी शानदार अर्धशतकीय पारी के बावजूद भी विराट कोहली कई पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों के निशाने पर हैं. पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाया और कहा कि 40 रन के स्कोर के बाद विराट धीमा क्यों खेलने लगे.
कोहली 41 गेंद में 53 रन बनाकर आउट हुए. पारी की शुरुआत में पहली ही दो गेंद पर विराट ने दो चौके जड़कर अपनी मंशा स्पष्ट कर दी. आरसीबी के कप्तान ने अपनी इस पारी में 6 चौके और 1 छक्का लगाया और 129.26 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए.
संजय मांजरेकर ने कहा कि कोहली ने अपनी पारी की तेज शुरुआत की थी. लेकिन 40 के स्कोर पर पहुंचने के बाद उन्होंने रन बनाने की रफ्तार कम कर दी. मुझे यह बात समझ नहीं आई कि उन्होंने किस वजह से ऐसा किया.
विराट कोहली और देवदत्त पडिक्कल की ओपनिंग जोड़ी ने पावरप्ले में 55 रन बनाए. इसमें से विराट के बल्ले से 21 गेंद में 33 रन निकले. इस मैच से पहले तक आईपीएल में केवल चार बार कोहली ने एक पावरप्ले में 34 से अधिक रन बनाए हैं. हालांकि, 26 गेंद पर 40 रन बनाने के बाद कोहली धीमे हो गए और अगले 13 रन 15 गेंद में बनाए.
मांजरेकर ने कहा कि कोहली ने अपने पहले 40 रन 153.84 की स्ट्राइक रेट से बनाए, जबकि अगले 13 रन बनाने में 15 गेंद खेली और आरसीबी के कप्तान का स्ट्राइक रेट गिरकर सिर्फ 86.66 रह गया. इसका मतलब साफ है कि उनके दिमाग में कहीं न कहीं अर्धशतक की बात चल रही थी.