IPL 2022 Retention Policy : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) अगले आइपीएल में आठ टीमों को अपने चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की छूट दे सकता है. हालांकि इस बार की नीलामी में राइट टू मैच कार्ड नहीं होगा. बीसीसीआइ के कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने कहा कि हम इस पर काम कर रहे हैं और हम सुनिश्चित करेंगे कि नयी टीमों सहित सभी को अपनी टीम तैयार करने का उचित मौका मिले. टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, यही कारण है कि लोग आइपीएल देखते हैं. वहीं फ्रेंचाइजी को नीलामी के लिए कुल खर्च करनेवाली राशि को भी 85 करोड़ से बढ़ा कर 90 करोड़ रुपये करने की योजना है.
कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) की दो नयी टीमों के लिए वैश्विक रूचि दर्शाती है कि यह सबसे बड़ा ‘मेक इन इंडिया’ ब्रांड है और अरबों डॉलर आने से खेल को दुनिया भर में फायदा होगा. सोमवार को दुबई में बोली प्रक्रिया पूरी होने के बाद निजी इक्विटी कंपनी सीवीसी कैपिटल्स पार्टनर्स ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी 5625 करोड़ रुपये में खरीदी, जबकि आरपीएसजी वेंचर्स ने लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए 7090 करोड़ रुपये की बोली लगायी. दिग्गज फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड के मालिकों ने भी आइपीएल का हिस्सा बनने का प्रयास किया, लेकिन टीम खरीदने की दौड़ में पिछड़ गये.
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धूमल ने कहा कि हम सभी भारतीयों को गर्व होना चाहिए कि वर्षों में आइपीएल ने काफी प्रगति की है और कैसे यह वैश्विक खेल ब्रांड बन गया. इस लुभावनी लीग में 2022 से 10 टीमें हिस्सा लेंगी. यह पूछने पर कि क्या दो हजार करोड़ रुपये आधार मूल्य रखने के बाद बीसीसीआइ ने इतनी ऊंची बोलियों की उम्मीद की थी, तो धूमल ने कहा कि आंकड़ों को भूल जाइए, इसने दुनिया को दिखाया है कि हम इतने बड़े टूर्नामेंट का बेहद सफल आयोजन करने में सक्षम हैं. सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी इसका हिस्सा बनना चाहते हैं. इसने सभी प्रारूपों में क्रिकेट खेलने का तरीका भी बदल दिया है. इसका आकलन हमें नहीं करना है. कीमत पर फैसला करने के लिए बाजार सर्वश्रेष्ठ स्थान है.