भारत और आयरलैंड के बीच मंगलवार को रोमांचक मुकाबला खेला गया. हाईस्कोरिंग मैच में भारतीय टीम ने बाजी मार ली और 4 रन से जीत दर्ज कर सीरीज पर भी 2-0 से कब्जा कर लिया. इस मुकाबले में हार्दिक पांड्या, जो पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे थे, उन्होंने ने भी अपनी नेतृत्व कौशल का परिचय दिया. उन्होंने सभी को चौंकाते हुए आखिरी ओवर में गेंदबाजी के लिए जम्मू एक्सप्रेस के नाम से मशहूर उमरान मलिक (Umran Malik) को उतार दिया. उमरान काफी महंगे साबित हो रहे थे, बावजूद उन्हें आखिरी ओवर सौंपना पांड्या ने साहसिक कदम उठाया.
उमरान मलिक के आखिरी ओवर में चरम पर था रोमांच
आयरलैंड के खिलाफ आखिरी ओवर में रोमांच अपने चरम पर था. भारत ने मेजबान टीम के सामने जीत के लिए 226 रन का विशाल लक्ष्य रखा. जिसके जवाब में आयरलैंड की टीम ने 19 ओवर में 5 विकेट खोकर 209 रन बना लिया था. जॉर्ज डॉकरेल और मार्क अडायर खतरनाक बल्लेबाजी कर रहे थे. वैसे में सबसे महंगे साबित हो रहे उमरान मलिक को हार्दिक पांड्या ने आखिरी ओवर में गेंद सौंपकर साहसिक कदम उठाया. हालांकि उमरान ने कप्तान के विश्वास को कायम रखा. उमरान ने पहली गेंद पर एक भी रन नहीं दिया. लेकिन अगली गेंद नो बॉल फेंक दी. दूसरी और तीसरी गेंद पर चौका पड़ गया. जिससे जीत-हार का अंतर और भी कम हो गया. अब आयरलैंड को जीत के लिए तीन गेंदों में 8 रन चाहिए थे. इधर दर्शकों की सांस कुछ समय के लिए अटक गयी थी. उमरान ने आखिरी तीन गेंद में केवल तीन रन देकर भारत को जीत दिला दिया.
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पांड्या ने बताया, आखिरी ओवर में उमरान को क्यों गेंदबाजी में लगाया
उमरान को अंतिम ओवर सौंपने का कारण विस्तार से बताते हुए हार्दिक ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो चिंतित नहीं था. दबाव नहीं आने देना चाहता था. मैंने उमरान का समर्थन किया क्योंकि उसके पास गति है. उसकी गति के कारण उसके खिलाफ शॉट खेलना मुश्किल होता है.