क्रिकेट में टी20 प्रारूप एक निर्दयी प्रारूप है. यह एक ऐसा प्रारूप है जो किसी खिलाड़ी की निरंतरता का परीक्षण ऐसे करता है जैसे कोई अन्य नहीं करता. क्योंकि खिलाड़ियों के पास प्रदर्शन करने का समय काफी कम होता है. बल्लेबाजों के लिए घड़ी हमेशा चलती रहती है, खासकर मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने वालों के लिए यह तेजी से चलती है. ये बल्लेबाज अक्सर खुद को ऐसी स्थितियों में पाते हैं जहां उन्हें तुरंत फैसला लेना होता है. जो लोग इसको अच्छी तरह से करने में सक्षम हैं, वे अपनी-अपनी टीमों के लिए मैच विजेता बन जाते हैं.
ऋषभ पंत भारतीय क्रिकेट टीम के ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं, जिनकी बड़ी हिट करने की क्षमता उसे प्रारूप के लिए एकदम फिट बनाती है. लेकिन वह अधिक से अधिक बार विफल रहे हैं. कुछ ऐसा ही रविवार को को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ बड़े एशिया कप सुपर चार मुकाबले में देखने को मिला, जहां वे 14 रन बनाकर आउट हो गये. पंत उस समय बल्लेबाजी करने आये जब भारत 9.4 ओवर में 91/3 पर पहुंच गया था.
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बल्लेबाजी करने आये पंत सहज नहीं लग रहे थे. दूसरी छोर पर विराट कोहली मजबूती के साथ डटे हुए थे. पंत का काम आसान था, उन्हें केवल विराट कोहली का साथ देना था. पंत के बल्ले से दो चौके जरूर आये लेकिन वह बाहरी किनारे के साथ आये. वह कभी भी क्रीज पर सहज नहीं दिखे. पंत को यकीन नहीं था कि अपनी पारी के साथ कैसे आगे बढ़ना है और अंत में एक खराब रिवर्स स्वीप खेलते हुए आउट हो गये.
रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया अब टी-20 में आक्रामक खेल दिखा रही है. ऐसे में बल्लेबाजों से उम्मीद की जाती है कि ज्यादा से ज्यादा गेंद को बाउंड्री के पार पहुचाएं. इसके लिए शॉट चयन काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. पंत के नंबरों पर एक नजर डालने से पता चलता है कि उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए टी20 आई में कितना संघर्ष किया है. 2022 में, पंत ने टी20 आई में 14 पारियों में 24.9 की औसत से 274 रन बनाये हैं.
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पंत ने अब तक अपनी 49 पारियों में सिर्फ तीन अर्धशतक लगाये हैं और 30 से अधिक रन की सिर्फ 9 पारियों में बनायी है. लेकिन इनमें सबसे बड़ी समस्या उनके करियर का स्ट्राइक रेट है, जो कि 126.16 का निचला स्तर है. यह एक बल्लेबाज के लिए बहुत कम स्कोरिंग दर है जो ज्यादातर टी20 आई पारी के दूसरे भाग में बल्लेबाजी करता है और पंत को वास्तव में यह सोचने की जरूरत है कि वह प्रारूप को कैसे अपनाना चाहते हैं.
चयनकर्ताओं और भारतीय टीम प्रबंधन पर टी-20 विश्व कप से पहले जवाब खोजने की जिम्मेदारी है. विकल्प उपलब्ध हैं और रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ को कुछ कड़े फैसले लेने की जरूरत है अगर वे ट्रॉफी को उठाना चाहते हैं. पाकिस्तान के खिलाफ पहले मुकाबले में पंत को खेलने का मौका नहीं मिला था. राहुल द्रविड़ ने भी स्पष्ट कर दिया है कि विकेटकीपर के लिए इस समय कोई पहला विकल्प नहीं है.