Happy Birthday Jonty Rhodes : अपने दौर के सर्वश्रेष्ठ फिल्डर रहे जोंटी रोड्स आज अपना 52 वां जन्मदिन मना रहे हैं. क्रिकेट के मैदान में फील्डिंग की क्रांति लाने वाले रोड्स हवा में उड़कर मुश्किल कैच लपक मैच का पासा पलट देते थे. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी रोड्स का पूरा नाम जोनाथन नील रोड्स है. रोड्स ने साल 1992 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया वहीं उन्होंने भारत के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. मैदान पर बिजली के फुर्ती दिखाने वाले रोड्स की फील्डिंग के कई किस्से मशहूर हैं. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि रोड्स बिना मैच खेले ही मैन ऑफ द मैच की खिताब जीत चुके हैं .
जॉन्टी वर्ल्ड क्रिकेट में ऐसे खिलाड़ी हुए जो अपनी बल्लेबाजी के कारण नहीं बल्कि फील्डिंग के कारण आज याद किये जाते हैं. दरअसल जोंटी ऐसे क्रिकेटर हैं जो टीम का हिस्सा नहीं होने के बावजूद मैन ऑफ द मैच से नवाजे गये.आप सोच रहे होंगे ऐसा हुआ कैसे तो बता दें कि 14 नवंबर 1993 को दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच मुकाबला खेला गया था. उस मैच में जोंटी को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन जब अफ्रीका की टीम फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरी तो उनके खिलाड़ी डैरेन कुलीनन चोटिल हो गये और उन्हें मैदान के बाहर आना पड़ा.
उनकी जगह जोंटी को फील्डिंग के लिए मैदान पर उतारा गया. जोंटी ने उस मैच को ऐतिहासिक बना दिया और फील्डिंग करते हुए 7 कैच लपके और अपनी टीम को जीत दिला दिया. उस ऐतिहासिक जीत के लिए जोंटी को मैन ऑफ दी मैच दिया गया था. यही नहीं जोंटी ने उस मैच में सबसे अधिक कैच लपकने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने.
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क्रिकेटर से पहले हॉकी खिलाड़ी थे जोंटी
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि क्रिकेटर बनने से पहले जोंटी एक हॉकी खिलाड़ी थे. जोंटी 1992 में हॉकी टीम का हिस्सा बने थे. हालांकि चोट लगने के कारण वो महज 4 साल में ही टीम से बाहर हो गये.
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रन आउट ऑफ ऑल टाइम
रोड्स के नाम बेस्ट रन आउट ऑफ ऑल टाइम का खिताब भी है, जो उन्होंने 1992 के वर्ल्डकप के मैच में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था. उस मैच में रोड्स ने पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक को रन आउट किया था. यह रन आउट हमेशा याद रखा जाता है.