आईसीसी के तीनों ट्रॉफियां जीतने वाले दुनिया के एक मात्र कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का भारत देश की आर्मी (Indian Army) के प्रति प्यार जग-जाहिर है. साल 2011 में धोनी के नेतृत्व में भारत ने दुसरी बार वर्ल्ड कप जीता जिसके बाद कैप्टन कूल भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट कर्नल शामिल हो गए.
महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में टेरीटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि से नवाजा गया था. उसके बाद साल 2015 में धोनी ने पैरा फोर्सेज के साथ बुनियादी ट्रेनिंग और फिर पैराशूट से कूदने की स्पेशल ट्रेनिंग भी पूरी की जिसके बाद धोनी को पैरा रेजिमेंट में शामिल किया गया.
साल 2018 में जब महेंद्र सिंह धोनी को पद्मभूषण से देश के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद नवाज रहे थे, तब महेंद्र सिंह धोनी ने आर्मी यूनिफार्म पहन रखी थी. इस बात पर भी उनकी काफी तारीफ हुई थी.
वहीं 2019 वर्ल्ड कप के दौरान धोनी के दस्तानों को लेकर काफी बवाल हुआ था, जब वह मैदान पर भारतीय सेना के बलिदान बैज (Balidan Badge) के साथ उतरे थें. आईसीसी ने बीसीसीआई से अपील की थी धोनी अपने ग्लव्स पर से बलिदान बैज का लोगो हटाकर अगले मैच में उतरे, जिसके बाद से पूरे देश में हंगामा मच गया.
ये पहली बार नहीं है जब धोनी ने पैरा फोर्सेज से जुड़ी निशानी को पहना हो, इससे पहले वो IPL के दौरान बलिदान बैज वाले टोपी और फोन के कवर पर इस निशानी को लगाए देखे जा चुके हैं. धोनी अक्सर सेना की टोपी या सेना सी जुड़ी निशानियों को अपने कपड़ों या बैग पर लगाए दिख जाते हैं.
बता दें कि धोनी का आर्मी प्रेम किसी से छुपा नहीं है. सेना की वर्दी में उन्होंने राष्ट्रपति के हाथों पद्म भूषण लिया था, जिसके बाद धोनी ने कहा था कि उनके बचपन का सपना पूरा हो गया.