पूर्व खिलाड़ी और भारत को टी20 में वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मेंटर बनाये जाने के चंद घंटों के अंदर विवादों में आ गये हैं. एमएस पर गंभीर आरोप लगाये जा रहे हैं.
दरअसल बीसीसीआई को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टी20 विश्व कप के लिये भारतीय टीम के मेंटर के तौर पर नियुक्ति के खिलाफ एक शिकायत मिली है. जिसमें लोढ़ा समिति की सिफारिशों के हितों के टकराव के नियमों का हवाला दिया गया है.
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने शीर्ष परिषद के सदस्यों को एक पत्र भेजा है कि धोनी की नियुक्ति हितों के टकराव के नियमों का उल्लघंन है. जिसमें एक व्यक्ति दो पदों पर काबिज नहीं हो सकता.
गुप्ता पहले भी खिलाड़ियों और प्रशासकों के खिलाफ हितों के टकराव की कई शिकायतें दर्ज करा चुके हैं. धोनी इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान भी हैं. धोनी की शिकायत करते हुए बीसीसीआई के संविधान की धारा 38 (4) का हवाला दिया है जिसके अनुसार एक व्यक्ति दो अलग अलग पदों पर काम नहीं कर सकता.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बुधवार को टी20 विश्व कप के लिये भारतीय टीम की घोषणा की थी और इसी मौके पर धोनी को इस आईसीसी टूर्नामेंट के लिये टीम का मेंटर नियुक्त किया गया था.
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में शुमार विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी की अगुवाई में भारत ने दो विश्व कप खिताब - दक्षिण अफ्रीका में 2007 टी20 विश्व कप और भारत में 2011 वनडे विश्व कप - जीते हैं.
धोनी इस समय अपनी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ हैं और संयुक्त अरब अमीरात में 19 सितंबर से बहाल होने वाली टी20 लीग की तैयारियों में जुटे हैं. पिछले साल 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पोस्ट पर धोनी के संन्यास की घोषणा ने विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया था और इसके बाद से उन्होंने एक बार भी इसके बारे में बात नहीं की है.