सुपर-12 राउंड के अंतिम मैच में भारत ने नामीबिया को 9 विकेट से मात देकर लगातार तीसरी जीत दर्ज की. इसी के साथ भारत के 5 मैच समाप्त हुए और टूर्नामेंट में उनका सफर भी. रवि शास्त्री (Ravi Shastri) और विराट कोहली (Virat Kohli) की कोच-कप्तान की जोड़ी भी साथ में आखिरी मैच खेलने उतरी थी. रवि शास्त्री के साथ विराट ने टी20 कप्तान के तौर पर टीम इंडिया का आखिरी बार नेतृत्व किया. वहीं इस मैच के बाद रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को लेकर BCCI को आगाह किया है.
शास्त्री ने मैच के बाद भारत के खराब प्रदर्शन की वजह गिनाते हुए कहा कि भारतीय टीम बीते कुछ महीनों से लगातार क्रिकेट खेल रही है और उसे लंबे वक्त तक बायो-बबल में रहना पड़ा. इसमें डॉन ब्रैडमैन (Don Bradman) जैसे दिग्गज बल्लेबाज का औसत भी गिर जाता.शास्त्री ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम करीब छह महीने से बायो बबल में रह रहे हैं. हमें अगर आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप के बीच में गैप मिला होता तो सही रहता. जो लोग खेल रहे हैं ये सभी इंसान हैं, ये लोग पेट्रोल पर नहीं चलते हैं. ये खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए हैं.
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रवि शास्त्री ने आगे कहा कि हम हार स्वीकार करते हैं और हम हारने से नहीं डरते. जीतने का कोशिश करते हुए आप मैच हार सकते हैं लेकिन यहां हमने जीतने का कोशिश नहीं की क्योंकि हमें एक्स फैक्टर की कमी खल रही थी. वहीं टी-20 प्रारुप में भारतीय कप्तान के तौर पर आइसीसी विश्व कप के सुपर 12 चरण में नामीबिया के खिलाफ आखिरी बार मैदान पर उतरे विराट कोहली ने कहा कि देश की टीम का नेतृत्व करना उनके लिए सम्मान की बात है. कोहली ने कहा कि मेरे लिए यह (टीम का नेतृत्व करना) सम्मान की बात है, मुझे मौका दिया गया और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की, लेकिन यह दूसरों के लिए जगह बनाने और आगे बढ़ने के बारे में है. टीम ने जिस तरह से खेला है, उस पर मुझे बहुत गर्व है.