भारत के अंडर-19 कप्तान यश ढुल का कहना है कि 40वें ओवर तक शैक रशीद के साथ बिना ज्यादा जोखिम उठाए बल्लेबाजी करके टीम को स्थिर करना एक सचेत निर्णय था. इसी निर्णय के दम पर टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 96 रन से जीत हासिल की. बल्लेबाजी की शुरुआत में भारत 37 रन पर दो विकेट गंवा चुका था, जब कप्तान यश ढुल खेलने आए थे.
कप्तान यश ढुल ने 110 रनों की शानदार पारी खेली और उपकप्तान रशीद ने 108 गेंदों पर 94 रन बनाकर उनका साथ दिया. दोनों ने खेल बदलने वाली 204 रनों की मजबूत साझेदारी की, जिसकी वजह से भारत ने पांच विकेट पर 290 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया के लिए लक्ष्य बहुत कठिन था. इस वजह से वे 41.5 ओवर में 194 रन पर ऑलआउट हो गये. 96 रन की जीत के साथ चार बार के चैंपियन भारत ने लगातार चौथी बार फाइनल में प्रवेश किया.
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ढुल ने मैच के बाद की प्रस्तुति में कहा कि विचार लगातार बल्लेबाजी करने का था, न कि बहुत अधिक शॉट लगाने का था. मेरी और रशीद की योजना अंत तक बल्लेबाजी करने की थी, और यह काम कर गया. ढुल और राशिद अंततः 46वें ओवर में लगातार गेंदों पर आउट हुए. ढुल ने कहा कि मैं और रशीद ने एक साथ अच्छी बल्लेबाजी की, हमने अच्छा संयोजन किया और यह दिखा. रशीद और मेरे बीच अच्छी साझेदारी थी और निचले स्तर पर भी हमारी अच्छी साझेदारी थी.
कप्तान ने टीम और विशेष रूप से राशिद की प्रशंसा की, जो ढुल और कुछ अन्य लोगों के साथ टूर्नामेंट के ग्रुप चरणों के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे. जिस तरह से लड़के खेल रहे हैं वह अच्छा है. राशिद मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं. हम एक साथ बाये बबल में थे और वह हमेशा मानसिक रूप से तैयार रहते हैं. अपनी 110 रनों की पारी के साथ, ढुल भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली और उन्मुक्त चंद के बाद अंडर19 वर्ल्ड कप में शतक जड़ने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बन गए.
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ऑस्ट्रेलिया अंडर 19 के कप्तान कूपर कोनोली ने महसूस किया कि अंतिम 10 ओवरों में खेल उनसे दूर चला गया जब भारत ने एक डराने वाला कुल स्कोर करने के लिए 100 से अधिक रन बनाए. उन्होंने कहा कि अंतिम 10 में जाने पर हमें लगा कि हम अच्छी स्थिति में हैं, लेकिन उन्होंने 100 रन बनाए और इस तरह 290 बहुत दूर का पुल था. अनुभव अच्छा था लेकिन एकमात्र समस्या बायो बबल थी. जिस तरह से हमने स्पिन खेला वह अच्छा था और हम हर सत्र के साथ बेहतर होते गये.