रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2022) खेल रहे बड़ौदा टीम के खिलाड़ी विष्णु सोलंकी (Vishnu Solanki ) पर इस समय दुखों का पहाड़ टूट गया है. कुछ दिनों पहले अपनी नवजात बेटी को खोया, अब सिर से पिता का साया भी उठ गया है. बावजूद सोलंकी नहीं टूटे और रणजी ट्रॉफी में अपना जलवा दिखाना जारी रखा.
बेटी और पिता को खोने के बाद भी रणजी ट्रॉफी खेलेंगे सोलंकी
बेटी की मौत और फिर सिर से पिता का साया उठने से शोक संतप्त विष्णु सोलंकी ने बड़ौदा की रणजी टीम के साथ बने रहने और ग्रुप चरण के तीसरे मैच को खेलने फैसला किया है. पिछले कुछ सप्ताह सोलंकी के लिए बेहद कठिन रहे हैं क्योंकि अपनी नवजात बेटी को खोने के कुछ दिनों के बाद रविवार को उनके बीमार पिता की भी मौत हो गयी. बड़ौदा क्रिकेट संघ के सचिव अजीत लेले ने कहा, विष्णु आखिरी मैच खेलेंगे. वह वापस नहीं आ रहे हैं. वह तीसरा मैच खेल रहे हैं. वह टीम के साथ रुक रहे हैं.
10 फरवरी को पिता बने थे सोलंकी, फिर चंडीगढ़ के खिलाफ जमाया शतक
29 साल के विष्णु सोलंकी 10 फरवरी को पिता बने थे, लेकिन अगले ही दिन उसकी बच्ची की मौत हो गयी थी. उन्होंने हालांकि इस सदमे से वापसी करते हुए चंडीगढ़ के खिलाफ जज्बे के साथ 104 रन की पारी खेली. इसी मैच के आखिरी दिन उन्हें पिता के निधन की खबर मिली. बड़ौदा की टीम एलीट ग्रुप बी के अपने आखिरी मैच में तीन मार्च से हैदराबाद का सामना करेगी.
विष्णु सोलंकी का करियर
विष्णु सोलंकी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 25 मैच खेलकर 6 शतक और 8 अर्धशतकों की मदद से 1679 रन बनाये हैं. जबकि लिस्ट ए में 39 मैचों में 1 शतक और 7 अर्धशतक की मदद से 1019 रन बनाये हैं. जबकि सोलंकी ने 46 मैचों में 4 अर्धशतक की मदद से कुल 883 रन बनाये हैं.