नयी दिल्ली : बहुप्रतीक्षित महिला आईपीएल (डब्ल्यूआईपीएल) का आयोजन अगले साल पुरुषों के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से पहले मार्च में किया जायेगा. इसमें पांच टीम भाग लेंगी. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक ‘नोट’ के अनुसार टूर्नामेंट में कुल 20 लीग मैच होंगे जिसमें टीमें दो बार एक-दूसरे का सामना करेंगी. अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम को फाइनल में जगह मिलेगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान की टीम एलिमिनेटर में खेलेंगी.
पीटीआई के पास मौजूद नोट के अनुसार प्रत्येक टीम अपनी अंतिम एकादश में पांच विदेशी खिलाड़ियों को रख सकती है. इसमें कहा गया है, ‘घरेलू और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के बीच संतुलन बनाने और अधिक प्रतिस्पर्धी टीम तैयार करने के लिए महिला आईपीएल में फिलहाल पांच टीम रखने का फैसला किया गया है. प्रत्येक टीम में 18 खिलाड़ी होंगे जबकि कोई भी टीम छह विदेशी खिलाड़ियों से अधिक को नहीं रख सकती.’
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बीसीसीआई के नोट के अनुसार, ‘इसके अलावा प्रत्येक टीम के अंतिम एकादश में पांच से अधिक विदेशी खिलाड़ी नहीं हो सकते हैं. इनमें से चार खिलाड़ी आईसीसी के पूर्णकालिक सदस्य देशों और एक खिलाड़ी आईसीसी के एसोसिएट सदस्य देशों से होगा.’ ऑस्ट्रेलिया में महिला बिग बैश लीग और ब्रिटेन में द हंड्रेड में तीन से अधिक विदेशी खिलाड़ियों को नहीं रख सकते हैं. इनमें प्रत्येक टीम में कुल 15 खिलाड़ी होते हैं.
बोर्ड इस पर भी विचार कर रहा है कि टीमों की संख्या सीमित होने के कारण घरेलू मैदान और प्रतिद्वंदी टीम के मैदान में मैचों का आयोजन करना संभव नहीं होगा. इस टूर्नामेंट का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में नौ से 26 फरवरी तक होने वाले महिला टी20 विश्व कप के तुरंत बाद किया जा सकता है. बीसीसीआई के अनुसार, ‘महिला आईपीएल में घरेलू और विरोधी टीम के मैदानों पर मैचों का आयोजन करना चुनौतीपूर्ण होगा. इसलिए यह सुझाव दिया गया है पहले 10 मैच एक स्थान पर और बाकी 10 मैच किसी दूसरे स्थान पर आयोजित किये जाएं.’
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जहां तक टीमों की बिक्री का सवाल है तो यह क्षेत्रीय आधार पर हो सकता है तथा बोर्ड प्रत्येक क्षेत्र से दो शहरों का चयन कर रहा है. इनमें धर्मशाला/जम्मू (उत्तरी क्षेत्र), पुणे/राजकोट (पश्चिम), इंदौर/नागपुर/रायपुर (मध्य), रांची/कटक (पूर्व), कोच्चि/विशाखापट्टनम (दक्षिण) और गुवाहाटी (उत्तर-पूर्व) शामिल हैं.