भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने स्वीकार किया है कि स्ट्राइक रोटेट करने की भारत की अक्षमता चिंताजनक संकेत हैं. उन्होंने कहा कि टीम चर्चा कर रही है कि महिला टी20 विश्व कप सेमीफाइनल से पहले डॉट गेंद खेलने की लंबे समय से आ रही समस्या को कैसे हल किया जाए. भारत ने सोमवार को यहां डकवर्थ-लुईस पद्धति के आधार पर आयरलैंड को पांच रन से हराकर महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया.
हालांकि स्ट्राइक रोटेट करना भारतीय टीम के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है. दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के दौरान और फिर टी20 विश्व कप से पहले त्रिकोणीय श्रृंखला में भी टीम को स्ट्राइक रोटेट करने को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ा. मौजूदा टूर्नामेंट में इंग्लैंड और आयरलैंड के खिलाफ ग्रुप दो के मैच में भारत ने क्रमश: 51 और 41 डॉट गेंद खेली. हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि डॉट गेंद खेलने की समस्या हमें परेशान कर रही है.
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उन्होंने कहा कि अगले मैच में हम इस क्षेत्र में सुधार देखना पसंद करेंगे. इंग्लैंड के खिलाफ हमने काफी अधिक खाली गेंद खेली. टीम बैठक में हम पहले ही इस समस्या पर चर्चा कर रहे हैं. कप्तान ने कहा कि लेकिन कभी कभी जब दूसरी टीम काफी अच्छी गेंदबाजी कर रही होती है तो इन विकेटों पर 150 रन प्रतिस्पर्धी स्कोर होता है. आयरलैंड के खिलाफ भारतीय बल्लेबाज रन गति बढ़ाने में नाकाम रहे. भारतीय टीम सात रन प्रति ओवर से कम की गति से रन बना रही थी लेकिन चार जीवनदान पाने वाली स्मृति मंधाना ने अपनी पारी के दूसरे चरण में कुछ आकर्षक शॉट खेलकर रन गति में इजाफा किया.
हरमनप्रीत ने कहा कि विश्व कप मुकाबलों में हमेशा दोनों टीम दबाव में होती हैं. मुझे लगता है कि इन मुकाबलों में अगर आप 150 रन बना लेते हो तो आपका पलड़ा भारी रहता है. अपना 150वां टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलते हुए हरमनप्रीत तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरीं लेकिन तेज गति से रन नहीं बना सकीं और अंतत: 13 रन बनाकर आउट हो गईं. भारत को सेमीफाइनल में पांच बार के विजेता और खिताब के प्रबल दावेदार ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना पड़ सकता है.