दरभंगा : जिले की बेलगाम हो गयी पुलिस ने शनिवार को अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर को घसीट-घसीट कर मारा. इसके बाद रेफरल अस्पताल समेत जाले प्रखंड के सभी चिकित्सक तथा कर्मी हड़ताल पर गये. घटना के संबंध में बताया जाता है कि जाले रेफरल अस्पताल में जांच के लिए लाये गये दुष्कर्मियों को मास्क लगाकर भीतर लाने के लिए कहने पर एएसआई भड़क उठे. उन्होंने डॉक्टर को चेंबर से घसीटते हुए बाहर ले आये और डॉक्टर की पिटाई की. चिकित्सक की पिटाई के विरोध में डॉक्टरों और कर्मियों ने अस्पताल में काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये.
जानकारी के मुताबिक, रेफरल अस्पताल में सामूहिक बलात्कार के चारों अभियुक्तों की स्वास्थ्य जांच के लिए एएसआई परिजन पासवान एक ही रस्सी में बांध कर मास्क या गमछा लगाये बिना लेकर शनिवार को रेफरल अस्पताल आये. ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ रामप्रीत राम द्वारा सोशल डिस्टेन्स का पालन करने को कहते हुए मास्क लगा कर आने की बात कही. इस पर एएसआई भड़क गये और चिकित्सक से ही मास्क की मांग करने लगे.
Also Read: बिहार के विधायकों ने राष्ट्रपति और PM मोदी को लिखा पत्र, संविधान की नौवीं अनुसूची में आरक्षण को शामिल करने की मांग कीइस पर चिकित्सक ने कहा कि उनके पास मास्क नहीं है. उसके बाद एएसआई ने बिना मास्क के ही चारो दुष्कर्मियों को देखने के लिए चिकित्सक से कहा. चिकित्सक ने दुष्कर्मियों को देखने से इनकार कर दिया. चिकित्सक द्वारा दुष्कर्मियों की स्वास्थ्य जांच से इनकार करने पर भड़के एएसआई ने चिकित्सक के साथ धक्का-मुक्की करते हुए अभद्र व्यवहार किया. इससे आक्रोशित चिकित्सकों ने घटना की सूचना एमओआईसी डॉ गंगेश झा को दी और अस्पताल में चल रहे इमरजेंसी सेवा को ठप कर दिया.
Also Read: दो मंत्रियों की विधान परिषद सदस्यता खत्म होने पर कांग्रेस नेता ने मांगा इस्तीफा, मंत्री नीरज कुमार ने किया पलटवार, कहा…घटना के संबंध में एसएसपी बाबूराम ने बताया कि सुबह संबंधित पुलिस पदाधिकारी चार अभियुक्तों को लेकर मेडिकल जांच कराने लेकर गये थे. डॉक्टर द्वारा मास्क नहीं पहने होने के कारण जांच करने से मना कर दिया. इस पर संबंधित पुलिस पदाधिकारी द्वारा डॉक्टर से ही अभियुक्तों को मास्क उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया. इस पर डॉक्टर ने कहा कि मास्क मेरे पास उपलब्ध नहीं है. अभियुक्तों को मास्क पहना कर ले आइये, तभी जांच होगी.
चिकित्सक की सलाह सुन कर संबंधित पुलिस पदाधिकारी चिढ़ कर तथाकथित रूप से डॉक्टर के साथ धक्का-मुक्की की. इस संबंध में संबंधित डॉक्टर से आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जायेगी. सर्किल इंस्पेक्टर को जांच के लिए कमतौल भेजा गया है. लेकिन, संबंधित डॉक्टर से अभी तक बात नहीं हो पायी है. संबंधित पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी. दोनों पक्ष अगर कानूनी कार्रवाई के लिए आवेदन देते हैं, तो कानूनी कार्रवाई कर जांच प्रतिवेदन अदालत में समर्पित किया जायेगा. संबंधित पुलिस पदाधिकारी को डीएमसीएच में मनोचिकित्सक से भी कॉउंसिलिंग करायी जायेगी.
इनपुट : जाले से केशवेंद्र प्रताप ठाकुर और कमतौल से शिवेंद्र कुमार शर्मा