नयी दिल्ली : Delhi Assembly Election 2020 के लिए आज मतदान हो रहा है.मतदान शाम छह बजे तक चलेगा. राजधानी दिल्ली में 2688 मतदान केंद्रों पर मतदान किया जायेगा. करीब 1,47,03,692 मतदाता यह तय करेंगे कि देश की राजधानी दिल्ली में किस पार्टी की सरकार बनेगी. आइए जानते है दिल्लीकी अहम सीटों का हाल . दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं और लगभग हर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है.
नयी दिल्ली : इस विधानसभा सीट से आप नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री चुनावी मैदान में हैं. इस बार अरविंद केजरीवाल के सामने भाजपा से सुनील यादव तो कांग्रेस से रोमेश सभरवाल उम्मीदवार हैं. दोनों ही केजरीवाल के सामने चुनौती पेश कर रहे हैं. हालांकि कहा तो यह जा रहा है कि केजरीवाल तीसरी बार यहां से चुनाव जीतकर शीला दीक्षित का रिकाॅर्ड तोड़ सकते हैं.
रोहिणी: यहां भाजपा के विधायक है विजेंद्र गुप्ता. कांग्रेस ने सुमेश गुप्ता और आप ने राजेशनामा बंशीवाला को टिकट दिया है. विपक्षी दल भाजपा उम्मीदवार को घेर रही है और चुनाव जीतने के लिए ताकत लगा रही है.
बादली : इस विधानसभा सीट पर पूर्वांचल के वोटर्स का अच्छा खासा प्रभाव है. कांग्रेस से देवेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं. वहीं, अजेश यादव आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं. भाजपा ने विजय भगत को टिकट दिया है. अजेश यादव यहां से विधायक हैं.
किराड़ी: इस विधानसभा सीट पर भी पूर्वांचल के मतदाताओं का प्रभाव है. तीनों अहम पार्टियों ने पूर्वांचल के उम्मीदवारों पर ही विश्वास जताया है और ऋतुराज झा को आम आदमी पार्टी ने दूसरी बार टिकट दिया है. भाजपा ने अनिल झा और कांग्रेस- आरजेडी ने रियाजुद्दीन खान को प्रत्याशी बनाया है.
पटपड़गंज: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया यहां से चुनावी मैदान में हैं. वे तीसरी बार इस सीट से लड़ रहे हैं. इलाके में बड़ी संख्या में पहाड़ी मतदाताओं को देखते हुए भाजपा ने रवि नेगी को टिकट दिया है. कांग्रेस ने भी इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए दो बार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे लक्ष्मण रावत पर दांव लगाया है.
त्रिलोकपुरी: दिल्ली की 12 सुरक्षित सीटों में से एक इस सीट से भी कड़ा मुकाबला होने जा रहा है. 2015 में आप के राजू धींगान ने यहां से बाजी मारी थी, लेकिन इस बार पार्टी ने रोहित महरोलिया को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने किरण वैद्य के रूप में महिला नेता पर दांव खेला है. वहीं कांग्रेस ने विजय कुमार को टिकट दिया है.
जनकपुरी: यह सीट भाजपा का गढ़ रही लेकिन इस बार कड़ा मुकाबला है. पहली बार 2015 में भाजपा को यहां से हार मिली थी. इस बार पार्टी ने आशीष सूद को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस की राधिका खेड़ा भी कड़ी टक्कर देने की पूरी कोशिश में जुटी हैं. आप ने अपने विधायक राजेश ऋषि पर ही दांव लगाया है.