नयी दिल्लीः दिल्ली के चुनावी रण के नतीजे सामने आ गए हैं. विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है, इसी के साथ अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे. केजरीवाल सुबह 11 बजे दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की.
इसके बाद अरविंद केजरीवाल के घर विधायक दल की बैठक हुई. विधायक दल की बैठक में अरविंद केजरीवाल को नेता चुन लिया गया. बैठक में मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाए जाने का प्रस्ताव रखा. चुनाव के प्रभारी संजय सिंह इस प्रक्रिया के प्रभारी थे, जिसके बाद विधायकों ने एकराय के साथ केजरीवाल को नेता चुना.अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे.
मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा
मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में पहली बार काम की राजनीति को सम्मान मिला है. दिल्ली ने नफरत की राजनीति को नकारा और आप को लगातार दूसरी बार बंपर जीत दिलवाई. उऩ्होंने कहा कि दिल्ली की जनता काम को पसंद करती है, राजनीति का विकास मॉडल सिर्फ केजरीवाल के पास है. मनीष सिसोदिया बोले कि लोगों को सस्ती बिजली देना, पानी उपलब्ध कराना ही असली देशभक्ति है.
दिल्ली के लोगों ने संदेश दे दिया है कि अरविंद केजरीवाल हमारा बेटा है, चुनाव के दौरान काफी नफरत फैलाई गई. विधायक दल की बैठक में अरविंद केजरीवाल को नेता चुना गया है, 16 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा. ये शपथ ग्रहण समारोह 10 बजे शुरू होगा.
कौन-कौन बनेगा मंत्री
सिसोदिया द्वारा केजरीवाल के शपथग्रहण की तारीख घोषित होने के बाद इस बात की अटकलें भी तेज हो गई हैं कि केजरीवाल की कैबिनेट में कौन-कौन शामिल होगा. सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जैसे पुराने चेहरे के रिपीट होने की संभावना तो है ही, साथ कुछ नए चेहरों के भी कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. नये नामों को लेकर अटकले तेंज हैं.
16 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ
अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वह तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे. केजरीवाल के शपथ समारोह का रामलीला मैदान में होने का एक अलग महत्व समझा जाता है क्योंकि अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन उन्होंने इसी मैदान में किया था. इससे पहले दो बार उन्होंने रामलीला मैदान में ही शपथ ग्रहण की थी.
बता दें कि मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के आए नतीजों में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा सिर्फ आठ सीटों पर सिमट गई. 2015 की तरह इस बार भी कांग्रेस शून्य पर रही