नयी दिल्ली : भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता को लोकतांत्रिक मूल्यों पर बोलने से पहले अपनी पार्टी के इतिहास को देखना चाहिए क्योंकि वह ‘‘असहमति, अभिव्यक्ति के अधिकार और अंदरूनी लोकतंत्र के लिए मौत का चैंबर” रही है .
पुरी ने आरोप लगाए कि ‘‘नेतृत्वविहीन पार्टी” में ‘‘गृह युद्ध” जारी है और जो कोई भी असहमति जताता है उसे बाहर कर दिया जाता है. फेसबुक विवाद को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जारी वाक् युद्ध के बीच सिलसिलेवार ट्वीट कर उन्होंने राहुल पर प्रहार किया. ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने खबर प्रकाशित की थी कि फेसबुक भाजपा के कुछ नेताओं पर घृणा भरे भाषण के नियमों को लागू करने में अनदेखी करता है, जिसके बाद कांग्रेस ने मांग की कि आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) करे.
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कांग्रेस ने कहा कि इससे भारतीय लोकतंत्र को खतरा है और इसकी जांच जरूरी है. राहुल ने आरोप लगाए कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से ‘‘फर्जी सूचना” फैलाते हैं, जिस पर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तीखा प्रहार करते हुए विपक्षी दल को कैंब्रिज एनालिटिका मुद्दे की याद दिलाई.
पुरी ने कहा कि यह उस राजनीतिक पार्टी के नेता के लिए ‘‘हकीकत” है जो पिछले दो आम चुनावों को मिलाकर सौ सीटों पर नहीं जीत सके और वे लोकतांत्रिक मूल्यों एवं नियमों पर उपदेश दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, लोकतांत्रिक मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता के सह अस्तित्व के मूल्यों पर बयान जारी करने से पहले पिछले 70 वर्षों पर गौर करने से राहुल को कुछ मदद मिलती. उनकी पार्टी असहमति, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अंदरूनी लोकतंत्र के लिए मौत का चैंबर है.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak